Grow IPO: सिर्फ 1 घंटे में पूरी तरह हो गया सब्सक्राइब ग्रो का आईपीओ, 12 नवंबर को होगी लिस्टिंग
Groww IPO: ग्रो आईपीओ 2025 को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. 6,632 करोड़ रुपये का यह इश्यू दूसरे दिन सिर्फ 1 घंटे में पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया. ग्रे मार्केट में 13 रुपये का प्रीमियम दिखा, जिससे लिस्टिंग प्राइस 114 रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. 12 नवंबर को लिस्टिंग होगी. ब्रोकरेज फर्मों ने ग्रो को मजबूत तकनीकी प्लेटफॉर्म और दीर्घकालिक विकास संभावनाओं के आधार पर "सब्सक्राइब" रेटिंग दी है.
Grow IPO: भारत के खुदरा निवेश क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ के लिए मशहूर ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफ़ॉर्म ग्रो (Groww) का 6,632 करोड़ रुपये का आईपीओ निवेशकों के बीच जबरदस्त चर्चा में है. यह इश्यू दूसरे दिन खुलने के सिर्फ 1 घंटे के भीतर पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया.
ग्रे मार्केट में 13 रुपये का प्रीमियम
6 नवंबर तक ग्रो के आईपीओ पर ग्रे मार्केट में 13 रुपये का प्रीमियम (जीएमपी) देखा गया, जो इसके इश्यू मूल्य 100 रुपये से 13% अधिक है. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इसका संभावित लिस्टिंग मूल्य 114 रुपये के आसपास रह सकता है. यह प्रीमियम संकेत देता है कि निवेशकों के बीच ग्रो को लेकर जबरदस्त उत्साह है और लिस्टिंग के दिन मजबूत शुरुआत की संभावना है.
साल के सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गमों में शामिल
ग्रो का आईपीओ 2025 के उन सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गमों (पब्लिक इश्यू) में गिना जा रहा है, जिनमें टाटा कैपिटल, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया और एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं. यह फिनटेक प्लेटफॉर्म अपने तकनीकी इनोवेशन, स्केलेबल बिजनेस मॉडल और यूजर-फर्स्ट दृष्टिकोण के कारण निवेशकों की पसंद बन चुका है.
एंकर निवेशकों से 29.85 अरब रुपये जुटाए
आईपीओ लॉन्च से पहले ही ग्रो ने एंकर निवेशकों से 29.85 अरब रुपये (करीब 339.6 मिलियन डॉलर) जुटाए. इन एंकर निवेशकों में पीक एक्सवी पार्टनर्स (पूर्व में सिकोइया इंडिया) और टाइगर ग्लोबल जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं, जो भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में मजबूत वैश्विक भरोसे का संकेत देते हैं.
आईपीओ से जुड़ी प्रमुख तिथियां
- इश्यू खुलने की तिथि: 4 नवंबर 2025
- बंद होने की तिथि: 7 नवंबर 2025
- आवंटन तिथि: 10 नवंबर 2025
- लिस्टिंग डेट: 12 नवंबर 2025
निवेश श्रेणियों के सब्सक्रिप्शन आंकड़े
- खुदरा निवेशक: 3.38 गुना
- एनआईआई (गैर-संस्थागत निवेशक): 1.20 गुना
- क्यूआईबी (पात्र संस्थागत निवेशक): 0.10 गुना
ब्रोकरेज फर्मों की राय
- रेलिगेयर वेल्थवाया रिसर्च टीम: रेलिगेयर ने ग्रो को एक “बनती हुई फिनटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी” बताते हुए सब्सक्राइब रेटिंग दी है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रो की एनबीएफसी शाखा ग्रो क्रेडिटसर्व का लॉन्च एक रणनीतिक कदम है, जो इसके मुख्य निवेश पारिस्थितिकी तंत्र में क्रेडिट (ऋण) का नया आयाम जोड़ता है.
- कुंवरजी वेल्थ सॉल्यूशंस: कुंवरजी ने ग्रो के मजबूत ग्राहक प्रतिधारण, इन-हाउस तकनीकी क्षमताओं और मोबाइल-फ़र्स्ट स्केलेबल प्लेटफ़ॉर्म की सराहना करते हुए इसे मध्यम से दीर्घकालिक निवेश के लिए “सब्सक्राइब” रेटिंग दी. ब्रोकरेज का मानना है कि ग्रो का डिजिटल-फ़र्स्ट दृष्टिकोण और परिचालन अनुशासन इसे प्रतिस्पर्धा से अलग खड़ा करता है.
- आनंद राठी: आनंद राठी ने इसे “सब्सक्राइब –लॉन्ग टर्म” रेटिंग दी. रिपोर्ट में कहा गया कि हालांकि यह आईपीओ “पूरी तरह से मूल्यांकित” है, लेकिन ग्रो की हाई यूजर्स एक्टिविटी, विस्तृत उत्पाद पेशकश और एमटीएफ, वेल्थ और बॉन्ड जैसे उत्पादों में विस्तार इसे लंबी अवधि में बढ़त देगा.
- एसबीआई सिक्योरिटीज: एसबीआई सिक्योरिटीज ने ग्रो के 1.26 करोड़ सक्रिय एनएसई ग्राहकों, बढ़ते म्यूचुअल फंड एयूएम और तेज़ी से बढ़ते एसआईपी प्रवाह का हवाला देते हुए इसे “सब्सक्राइब” रेटिंग दी. ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, ग्रो अपने तकनीकी नवाचार और प्रोडक्ट विविधीकरण के दम पर भारत के खुदरा निवेश बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखेगा.
ग्रो की मार्केट पोजिशन और ग्रोथ ट्रेंड
ग्रो की बढ़ती मार्केट हिस्सेदारी इसके बिजनेस मॉडल की सफलता को दर्शाती है.
- सक्रिय ग्राहक हिस्सेदारी: वित्त वर्ष 2023 में 15.1% से बढ़कर वित्त वर्ष 2025-26 में 26.3% तक पहुंच गई.
- एसआईपी मार्केट शेयर: वित्त वर्ष 2022 में 4% से बढ़कर वित्त वर्ष 2025-26 में 12% तक यानी तीन गुना वृद्धि.
यह डेटा ग्रो की मजबूत उपयोगकर्ता वृद्धि और भारतीय खुदरा निवेशकों के बीच बढ़ते डिजिटल भरोसे को रेखांकित करता है.
फिनटेक इकोसिस्टम में रणनीतिक विस्तार
ग्रो का लक्ष्य सिर्फ एक ब्रोकरेज प्लेटफ़ॉर्म बने रहना नहीं है. इसके वेल्थ मैनेजमेंट, लेंडिंग, बॉन्ड्स और इंश्योरेंस इंटीग्रेशन जैसे प्रोडक्ट पोर्टफोलियो विस्तार इसे “फुल-सर्विस फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म” की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं. ब्रोकरेज विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी का यह “टेक + फाइनेंस” मॉडल भारत में डिजिटल वेल्थ क्रिएशन की नई परिभाषा गढ़ सकता है.
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निवेशकों के लिए संदेश: लंबी अवधि पर ध्यान दें
अल्पावधि में ग्रे मार्केट प्रीमियम (13 रुपये) के चलते लिस्टिंग गेन की संभावना है, लेकिन विश्लेषकों का सर्वसम्मति यह है कि ग्रो का वास्तविक मूल्य दीर्घकालिक निवेश में झलकता है. मजबूत तकनीकी प्लेटफॉर्म, स्केलेबल प्रोडक्ट बेस और विश्वसनीय निवेशक समर्थन इसे भारतीय फिनटेक सेक्टर की सबसे संभावनाशील कंपनियों में से एक बनाते हैं.
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