देश में 5G लॉन्च करने से टैरिफ बढ़ा सकती है एयरटेल, कंपनी के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने बताई ये वजह

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसे 43,000 करोड़ रुपये का बकाया सरकार को चुकता करना है.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 30, 2021 6:40 PM

Airtel Tariff Hike : क्या आप टेलीकॉम सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी एयरटेल के ग्राहक हैं? अगर हां, तो आप अभी से ही जेब कटवाने के लिए तैयार हो जाएं. इसका कारण यह है कि मोबाइल उपभोक्ताओं को सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी एयरटेल देश में 5जी नेटवर्क लागू करने से पहले कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है. इस बात को लेकर कंपनी के संस्थापक सुनील भारती मित्तल ने एक बाद फिर ऐलान किया है.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसे 43,000 करोड़ रुपये का बकाया सरकार को चुकता करना है, जिसमें से वह 10 फीसदी से अधिक राशि का भुगतान कर दिया है. इस बकाया राशि का भुगतान करने के लिए कंपनी टैरिफ में जल्द ही बढ़ोतरी कर सकती है.

सोमवार को एयरटेल के संस्थापक सुनील भारती मित्तल ने एक बार फिर ऐलान किया है कि उनकी कंपनी पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है और उनकी कंपनी कीमत बढ़ाने में हिचकेगी नहीं. हालांकि, सुनील भारती मित्तल की कंपनी एयरटेल ने शेयरहोल्डर्स के लिए राइट्स इश्यू जारी करके करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाने का ऐलान किया था.

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, देश में 5जी की शुरुआत करने से पहले भारती एयरटेल अपनी बैलेंस शीट को मजबूत कर लेना चाहती है. कंपनी के संस्थापक सुनील भारती मित्तल ने कहा कि कंपनी का कर्ज असाधारण लेवल पर है. कर्ज से निवेशक और कंपनी दोनों परेशान हैं. सुनील भारती मित्तल ने उम्मीद जताई कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में शुल्क और चार्ज दोनों कम होना चाहिए.

बता दें कि एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल के ऐलान के बाद भारती एयरटेल के शेयरों में 5 फीसदी की तेजी आई और ये 625 रुपये पर बंद हुए. भारती ग्रुप ने 31 मार्च 2021 तक एजीआर से जुड़े बकाए में से 18004 करोड़ रुपये चुका दिया. कंपनी पर कुल 43,000 करोड़ रुपये का बकाया है और कंपनी ने 10 फीसदी से ज्यादा हिस्सा चुका दिया है.

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इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार विभाग को निर्देश दिया था कि 1376 करोड़ रुपये की वसूली के लिए अगले तीन हफ्ते तक एयरटेल की बैंक गारंटी ना भुनाई जाए. यह बकाया वीडियोकॉन टेलीकॉम का था, जिसने अपना स्पेक्ट्रम भारती ग्रुप को बेच दिया था.

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