Bihar Election 2025: प्रभात खबर से खास बात-चीत में बोले- केशव प्रसाद मौर्य, चुनाव बाद नीतीश ही बनेंगे CM
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले BJP ने अपनी रणनीति की परतें खोलनी शुरू कर दी हैं. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बिहार चुनाव में भाजपा के सह-प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि राज्य में इस बार भी 2010 जैसी NDA के पक्ष में प्रचंड लहर है. मुजफ्फरपुर में 'प्रभात खबर' से बेबाक बातचीत में मौर्य ने मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए दो टूक कहा कि 'नीतीश कुमार सर्वमान्य मुख्यमंत्री का चेहरा थे, चेहरा हैं और चेहरा रहेंगे.'
Bihar Election 2025: उत्तर प्रदेश के डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य को BJP ने बिहार चुनाव को लेकर पार्टी का सह प्रभारी बनाया है. चुनाव को लेकर वह मुजफ्फरपुर प्रवास पर हैं. उन्होंने प्रभात खबर मुजफ्फरपुर के स्थानीय संपादक पवन प्रत्यय से बेबाक बातचीत की. उन्होंने कहा कि बिहार वर्ष 2010 जैसी लहर इस बार भी एनडीए के पक्ष है. इस बार भी नीतीश कुमार ही सर्वमान्य मुख्यमंत्री का चेहरा हैं.
2020 के चुनाव में एनडीए की ओर से घोषित किया गया था कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री रहेंगे. क्या 2025 के चुनाव के बाद भी नीतीश ही सीएम बनेंगे?
देखिए, नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमलोग 20 वर्षों से सरकार चला रहे हैं. उनके नेतृत्व हम चुनाव लड़ते हैं. विधायकों की संख्या भाजपा की जदयू से अधिक है. लेकिन, सीएम नीतीश कुमार ही हैं. नीतीश कुमार सर्वमान्य मुख्यमंत्री का चेहरा थे, चेहरा हैं और चेहरा रहेंगे. विपक्ष बेवजह इन चीजों को तूल दे रहा है. इस बार भी नीतीश ही सीएम बनेंगे.
20 वर्षों से आपकी सरकार है. जेपी कहा करते थे कि पांच साल के बाद सत्ता में बदलाव होना चाहिए. आपको क्या लगता है?
नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता है. परिवर्तन की जरूरत उस समय की राजनीति के हिसाब से थी. कांग्रेस ही सत्ता में रहना चाहती थी. जेपी आंदोलन के बाद बदलाव आया. लेकिन, अभी की परिस्थिति इतर है. जब विकास हो रहा, जनहित के काम हो रहे हैं. महिलाएं सशक्त हो रही हैं, तो ऐसी स्थिति में बदलाव की जरूरत नहीं है. अगर यहां बदलाव होगा, तो जंगलराज की वापसी हो जायेगी. ये वही जंगलराज वाले हैं, जो कांग्रेस के खिलाफ लड़ते थे, आज महागठबंधन में हैं.
क्या हाल के दिनों में जाति की राजनीति ज्यादा हावी हुई है? मुजफ्फरपुर जैसी जगह से जॉर्ज फर्नाडीस जीत कर संसद पहुंचे थे, जबकि उनकी जाति की आबादी इस इलाके में नगण्य है?
मैं मानता हूं कि बिहार की धरती राजनीतिक रूप से काफी परिपक्व है. जॉर्ज साहब मुजफ्फरपुर से सांसद जरूर थे, लेकिन वह पूरे देश के नेता थे. बिहार के लोग राजनीतिक रूप से काफी चेतनशील हैं. वे केवल अब विकास की राजनीति पर विश्वास करते हैं.
विपक्ष लगातार पलायन और शिक्षा के मुद्दे उठा रहा है. इन मुद्दों पर डबल इंजन की सरकार क्या कर रही है?
हम पलायन को हर हाल में रोकेंगे. युवाओं-छात्रों को दूसरी जगहों पर जाने की जरूरत नहीं होगी, ऐसा माहौल बनाया जा रहा है. बिहार की यह स्थिति राजद की देन है. बिहार बर्बाद और बदनाम राजद की सरकार में ही हुआ. हमारी सरकार पलायन और बेहतर शिक्षा के लिए बड़े कदम उठायेगी.
आप बिहार के कई जिलों व क्षेत्रों में घूम रहे हैं. कौन-सा ऐसा काम है, जिसे सरकार को प्रमुखता से करना चाहिए?
2025-30 में बिहार में डबल इंजन की सरकार बनते ही औद्योगिक क्रांति की जायेगी. बिहार, यूपी और उत्तर भारत के लोगों ने देश को नये मुकाम तक पहुंचाया है. अब इन्हीं प्रतिभाओं का उपयोग विकसित बिहार बनाने में किया जायेगा.
राजनीति में देश स्तर पर आप काफी चर्चित हैं. राजनीति में आने के पीछे आपके कौन आइडियल नेता थे?
मुझे राजनीति में श्री रामजन्मभूमि आंदोलन के पुरोधा विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष अशोक सिंघल लेकर आये थे. मैं संघ के काम को करते हुए विश्व हिंदू परिषद का भी काम करता रहा हूं. उनके स्नेह के कारण ही आज मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं.
