Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति! क्या 8 सीटों के फार्मूले पर राजी हुए जीतनराम मांझी?
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले NDA में सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज है. इसी बीच जीतन राम मांझी ने साफ किया है कि उनकी पार्टी दबाव की राजनीति नहीं करती और सहमति से आगे बढ़ना ही उनकी प्राथमिकता है.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गरमा चुका है. गठबंधन की राजनीति के केंद्र में सीट बंटवारा सबसे अहम मुद्दा बन गया है. इसी बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के अहम घटक और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने अपने बयान से राजनीतिक हलचल को थामने की कोशिश की है. मांझी ने स्पष्ट कहा है कि उनकी पार्टी दबाव की राजनीति नहीं करती, बल्कि सहमति से आगे बढ़ती है.
हम दबाव की राजनीति नहीं करते- जीतन राम मांझी
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए मांझी ने कहा- “प्रेशर पॉलिटिक्स करने वाले दूसरे लोग हैं. हम लोग ऐसा नहीं करते. NDA एक परिवार की तरह है, जहां हर किसी की बात सुनी जाती है. अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा. ” मांझी का यह बयान दरअसल उन सहयोगी दलों को संदेश है जो सीटों की संख्या को लेकर आक्रामक मांग कर रहे हैं. अप्रत्यक्ष रूप से चिराग पासवान को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग 35-40 सीटों की मांग कर रहे हैं, लेकिन गठबंधन में संतुलन जरूरी है.
8 सीटों पर सहमति, NDA में बना संतुलन
मांझी ने बताया कि NDA में 8 सीटों का विवाद सुलझ चुका है. उन्होंने कहा कि HAM को इतनी सीटें मिल जाएं तो पार्टी सभी पर जीत दर्ज कर सकती है. मांझी का यह बयान व्यावहारिक और सहयोगी रवैया दर्शाता है. 2020 के चुनाव में HAM को 7 सीटें मिली थीं, जिनमें से 4 पर जीत मिली थी. इस बार मांझी ने कहा- “अगर हमें 8 सीटें मिलीं, तो हम 8 जीतकर आएंगे. ज्यादा मिलेगी तो ज्यादा जीतकर दिखाएंगे.”
पार्टी मान्यता पर नजर
HAM अभी राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त पार्टी नहीं है. चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, किसी पार्टी को मान्यता के लिए कम से कम 6 सीटें जीतनी पड़ती हैं. मांझी ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता इतनी सीटें जीतना है कि पार्टी को मान्यता मिल सके. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का आधार महादलित और पिछड़े वर्गों में मजबूत है, और अगर जिम्मेदारी बढ़ाई गई तो NDA की जीत में बड़ा योगदान देंगे.
NDA की बैठक में होगा फैसला
मांझी ने संकेत दिया कि सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय NDA की औपचारिक बैठक लिया जाएगा. सूत्रों के अनुसार, यह बैठक आने वाले कुछ दिनों में होने वाली है. इसमें बीजेपी, जेडीयू, LJP (रामविलास), HAM और अन्य छोटे दलों के बीच सीटों का बंटवारा तय होगा. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी और जेडीयू को लगभग बराबर (100-102) सीटें मिल सकती हैं, जबकि छोटे दलों के लिए 40 सीटें छोड़ी जाएंगी.
नीतीश-मोदी की जोड़ी पर भरोसा
मांझी ने NDA के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा- “NDA 2020 की तरह इस बार भी मजबूत रहेगा. हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.”
कार्यकर्ताओं को संदेश
मांझी ने अपने कार्यकर्ताओं से भी चुनावी तैयारियों में जुट जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि NDA की जीत सभी सहयोगियों की साझा जीत होगी. उनका यह संदेश गठबंधन में तालमेल और कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला माना जा रहा है.
