Dularchand Murder case: मोकामा बना हाई-सिक्योरिटी जोन, CRPF के जवान कर रहे गश्त

Dularchand Murder case: मोकामा में 30 अक्टूबर को हुई चुनावी हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण हैं. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने CRPF की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं. भारी पुलिस बल, STF और QRT टीमों के साथ सुरक्षाबल लगातार गश्त कर रहे हैं ताकि बिहार विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके.

By Paritosh Shahi | November 2, 2025 9:41 PM

Dularchand Murder case: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच मोकामा विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में है. 30 अक्टूबर को घोसवरी-भदौर थाना क्षेत्र की सीमा पर जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पियूष प्रियदर्शी और जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के काफिलों में हुई भिड़ंत ने हिंसक रूप ले लिया. इस दौरान 75 वर्षीय दुलारचंद यादव की मौत हो गई. इसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया.

पुलिस ने क्या बताया

पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली लगने की बात खारिज हुई है और मौत वाहन से कुचलने के कारण बताई गई है. विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब दोनों प्रत्याशियों के समर्थक एक संकरे रास्ते से गुजर रहे थे. रास्ता देने को लेकर कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते पथराव और तोड़फोड़ में बदल गई. इस झड़प में कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए और दर्जनों लोग घायल हो गए.

80 से ज्यादा गिरफ्तार

घटना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम उर्फ दिमागी को गिरफ्तार किया. तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. मृतक के परिजनों और दोनों दलों के समर्थकों की ओर से एक-दूसरे पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. अब तक लगभग 80 संदिग्धों से पूछताछ हो चुकी है और कई वाहनों की जांच जारी है.

बिहार चुनाव की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें

कार्तिकेय शर्मा ने क्या बताया

पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सीएपीएफ की 13 कंपनियां, एसटीएफ की दो यूनिट और क्यूआरटी की चार टीमों को तैनात किया गया है. साथ ही भदौर और घोसवरी थानाध्यक्षों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. अनंत सिंह, पियूष प्रियदर्शी और राजद प्रत्याशी वीणा देवी को अतिरिक्त सुरक्षा दी गई है.

गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “सत्यमेव जयते… अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी.” इस घटना ने न सिर्फ मोकामा बल्कि पूरे बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, जहां चुनावी जंग अब सियासत से ज्यादा साख की बन चुकी है.

इसे भी पढ़ें: Mokama Murder: अब प्रचार नहीं कर पाएंगे अनंत सिंह, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए, बेउर जेल में रहेंगे