Bihar Election 2025: राजद-कांग्रेस में टिकट बंटवारे पर बवाल, दावेदारों की बगावत से लालू-तेजस्वी पर संकट
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले महागठबंधन के भीतर बगावत की लहर तेज हो गई है. टिकट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस दोनों में असंतोष खुलकर सामने आ गया है, वहीं कई दावेदारों ने पार्टी नेतृत्व पर पक्षपात और टिकट बिक्री के आरोप तक लगा दिए हैं.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है. लेकिन, महागठबंधन (‘इंडिया’ गठबंधन) के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर असंतोष और नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस दोनों प्रमुख घटक दलों में दावेदारों ने न सिर्फ विरोध जताया, बल्कि कई नेताओं ने टिकट बेचे जाने तक के गंभीर आरोप लगा दिए हैं.
छह सहयोगी दलों वाले इस गठबंधन में अब तक मुख्यमंत्री पद का चेहरा और सीट बंटवारे का अंतिम फार्मूला तय नहीं हो सका है. ऐसे में भीतरघात और असंतोष का माहौल तेजी से बढ़ रहा है.
लालू यादव का आवास बना राजद का दफ्तर
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पटना स्थित 10, सर्कुलर रोड आवास पर रविवार को टिकट दावेदारों और उनके समर्थकों की भीड़ लगी रही. जिन नेताओं को टिकट मिला, वे जश्न में झूमते दिखे, जबकि कई उपेक्षित दावेदार गुस्से से भरे नजर आए. यही आवास अब राजद का कार्यकारी दफ्तर बन चुका है.
रितु जायसवाल की बगावत और फेसबुक पोस्ट से मचा हंगामा
राजद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी स्मिता पूर्वे के खिलाफ परिहार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन करने का ऐलान कर दिया. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि स्मिता पूर्वे के ससुर और राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने 2020 के चुनाव में उनकी हार सुनिश्चित की थी. इस पोस्ट ने पार्टी संगठन में हलचल मचा दी है.
मधुबन में टिकट न मिलने पर दावेदार फूट-फूटकर रोया
मधुबन विधानसभा सीट से टिकट न मिलने की खबर सुनकर पूर्व प्रत्याशी मदन प्रसाद साह की भावनाएं फूट पड़ीं. उन्होंने गुस्से में अपने कपड़े फाड़ लिए और सड़क पर लोटते हुए रोने लगे. उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं 1990 से लालू जी का समर्थक रहा हूं. 2020 का चुनाव लड़ने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी थी, लेकिन इस बार टिकट पैसा पर बेच दिया गया.” साह ने तेजस्वी यादव पर “अहंकारी” होने का आरोप लगाया और दावा किया कि “राजद के एक राज्यसभा सदस्य ने अमित शाह से सौदा कर लिया है.”
उनकी इस हरकत पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसा- “लालू जी अपने घर के दरवाजे बंद रखें, कहीं गुस्साए कार्यकर्ता उनके कपड़े न फाड़ दें।”
राजद में रोती नजर आईं उमा देवी
बाराचट्टी सीट से टिकट की दावेदार उमा देवी भी रविवार को 10, सर्कुलर रोड के बाहर फूट-फूटकर रोती नजर आईं. उन्होंने कहा, “मैं 2005 से पार्टी से जुड़ी हूं, लालू जी और राबड़ी जी ने भरोसा दिलाया था कि मुझे टिकट मिलेगा, लेकिन टिकट पैराशूट उम्मीदवार को दे दिया गया.” उन्होंने हालांकि किसी धन लेन-देन का आरोप नहीं लगाया, पर अपने आक्रोश को सार्वजनिक रूप से जाहिर किया.
कांग्रेस में भी घमासान, वायरल ऑडियो से बढ़ी मुश्किलें
कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे को लेकर कलह खुलकर सामने आई है. कसबा सीट से मौजूदा विधायक मोहम्मद अफाक आलम को चौथी बार टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि कटिहार के एक विधायक की “व्यक्तिगत दुश्मनी” के कारण उनका नाम काटा गया.
टिकट गड़बड़ी का ऑडियो क्लिप वायरल
इसी बीच एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुई है, जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार राम और अफाक आलम के बीच बातचीत सुनी जा सकती है. क्लिप में राम, बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावरु पर “टिकट गड़बड़ी” के आरोप लगाते हैं और दावा करते हैं कि वे पुर्णिया के सांसद पप्पू यादव की सलाह पर काम कर रहे हैं. हालांकि इस क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.
NDA में भी उलझन, साबिर अली की उम्मीदवारी वापस
उधर, सत्तारूढ़ एनडीए में भी हालात पूरी तरह संतोषजनक नहीं हैं. जद(यू) ने अमौर सीट से पूर्व सांसद साबिर अली को टिकट देने का एलान कर सभी को चौंका दिया था. लेकिन, कुछ ही घंटों बाद यह निर्णय वापस लेना पड़ा क्योंकि मौजूदा उम्मीदवार सबा जफर पहले ही नामांकन कर चुकी थीं और पर्चा वापस लेने को तैयार नहीं थीं.
