बिहार में स्वतंत्रता दिवस का उत्साह, राजनीतिक दलों के कार्यालयों में भी ध्वजारोहण
Bihar News: देश की आजादी के 79वें वर्ष पर बिहार में धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. स्कूल-कॉलेज, सरकारी-निजी संस्थानों और राजनीतिक दलों के कार्यालयों में ध्वजारोहण हुआ. उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और नेताओं ने तिरंगे को सलामी दी. समारोहों में देशभक्ति गीत, नृत्य और परेड आयोजित हुए, स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया गया.
Bihar 15 August News: देश को आजाद हुए आज 79 साल हो गए हैं. देशवासी आजादी के जश्न में डूबे हैं. बिहार में भी हर आमोखास उत्साहित है. सरकारी और प्राइवेट स्कूलों-कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों और निजी संस्थानों में झंडारोहण के साथ देशभक्ति गीत गाए जा रहे हैं.
सभी राजनीतिक दलों ने झंडा फहराया
प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के कार्यालयों में भी तिरंगा फहराया गया. भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तो राजद प्रदेश कार्यालय में पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राबड़ी आवास पर झंडा फहराया. साथ में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रहीं.
मुजफ्फरपुर में समारोह का आयोजन
79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपने सरकारी आवास पर ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी. उन्होंने आजादी के इस महापर्व पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. इधर, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुजफ्फरपुर के पंडित नेहरू स्टेडियम में भव्य समारोह का आयोजन किया गया.
विजय कुमार सिन्हा ने दी बधाई
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी. इस दौरान उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं. समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई, जिसमें बच्चों ने देशभक्ति गीत और नृत्य से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया.
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नंदकिशोर यादव ने दी बधाई
बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विधानमंडल परिसर में झंडोत्तोलन किया. उन्होंने राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि यह आजादी हमें आसानी से नहीं मिली. यह उन हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और त्याग का परिणाम है, जिन्होंने हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमा, वर्षों जेल की यातनाएं सही, और देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया.
