Bihar Politics: पीएम और उनकी मां पर अभद्र टिप्पणी के खिलाफ पटना में BJP का मौन धरना, रविशंकर प्रसाद ने दी चेतावनी
Bihar Politics: पटना में पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में भाजपा नेताओं ने गांधी मैदान स्थित बापू की प्रतिमा के पास दो घंटे का मौन धरना दिया. इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग करते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी.
Bihar Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर बिहार की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. इसी मुद्दे पर शनिवार को पटना के गांधी मैदान स्थित बापू की प्रतिमा के पास भाजपा नेताओं ने दो घंटे का मौन धरना दिया. इस धरने में सांसद रविशंकर प्रसाद, डॉ. संजय जयसवाल, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, धर्मशिला गुप्ता और ऋतुराज सिन्हा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन पटना महानगर अध्यक्ष रूप नारायण मेहता ने किया.
”राहुल और तेजस्वी को मांगनी होगी देश से माफी”
धरना स्थल से भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला. सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “प्रधानमंत्री और उनकी माता के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग पूरे देश का अपमान है. इसे जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को देश से माफी मांगनी होगी, वरना भाजपा का आंदोलन और उग्र होगा.”
”राहुल गांधी भूल गए हैं अपने संस्कार”
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने न केवल प्रधानमंत्री की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि अपने संस्कार भी भूल गए हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा- “वे प्रधानमंत्री के पुत्र, पोते और परनाना के वंशज हैं. ऐसे में उन्हें गरिमा समझनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने मर्यादा तोड़ी है. पूरा देश उन्हें और तेजस्वी यादव को माफ नहीं करेगा.”
कांग्रेस मुख्यालय पर भी हुआ था जोरदार प्रदर्शन
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को भाजपा ने कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम पर भी जोरदार प्रदर्शन किया था. उस दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर भिड़ंत हुई. पत्थरबाजी और लाठी-डंडे चलने से सदाकत आश्रम और आसपास का इलाका रणक्षेत्र में बदल गया था. घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
लगातार विरोध और धरना-प्रदर्शन से यह साफ है कि पीएम मोदी और उनकी मां पर हुई टिप्पणी अब केवल एक बयानबाजी का मामला नहीं रह गया, बल्कि आने वाले दिनों में यह बिहार की सियासत को और गरमाने वाला मुद्दा बन चुका है.
