Bihar Politics: ‘मेरी रगों में लालू जी का खून है…’, महुआ में बोले तेज प्रताप यादव- मैं तेजस्वी को अर्जुन माना था, लेकिन…

Bihar Politics: बिहार चुनाव 2025 से पहले महुआ विधानसभा सीट सियासी सुर्खियों में है. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने यहां से दोबारा चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए मौजूदा विधायक मुकेश रौशन पर तीखा हमला बोला. तेज प्रताप ने खुद को लालू की विरासत का असली वारिस बताया और कहा कि उन्हें जिताना मतलब लालू यादव को जिताना है.

By Abhinandan Pandey | August 1, 2025 8:34 AM

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आहट के बीच सियासी सरगर्मियां तेज हैं. इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने वैशाली जिले की महुआ सीट से दोबारा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. गुरुवार को महुआ में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में तेज प्रताप ने अपने अंदाज में विपक्षियों और खासकर महागठबंधन के मौजूदा विधायक मुकेश रौशन पर तीखा हमला बोला.

तेज प्रताप ने मुकेश रौशन को बताया ‘बहुरूपिया’

तेज प्रताप ने मुकेश रौशन को ‘बहुरूपिया’ कहते हुए कहा, “जब-जब मैं महुआ आता हूं, तब-तब यहां का बहुरूपिया विधायक रोने लगता है. इस बार अगर रोए, तो आप लोग झुनझुना थमा दीजिएगा.” उनके इस बयान पर जनसभा में खूब तालियां बजीं. उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि महुआ के लिए उन्होंने कई विकास कार्य किए हैं, जिनमें मेडिकल कॉलेज उनकी देन है.

मेरी रगों में लालू जी का खून है…

तेज प्रताप ने अपने भाषण में पिता लालू यादव का हवाला देते हुए कहा, “मेरी रगों में लालू जी का खून है. मुझे जिताना मतलब लालू जी को जिताना है.” साथ ही तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा, “हमने उन्हें अर्जुन माना था, लेकिन जरूरत पड़ी तो मुरली बजाकर उन्हें कृष्ण भी दिखा देंगे.”

2015 में तेज प्रताप ने दर्ज की थी महुआ सीट से जीत

गौरतलब है कि 2015 में तेज प्रताप ने इसी महुआ सीट से जीत दर्ज की थी, जबकि 2020 में वे समस्तीपुर की हसनपुर सीट से चुनाव लड़े थे. अब एक बार फिर वे महुआ की जमीन पर उतरने को तैयार हैं, हालांकि इस बार वे आरजेडी के टिकट पर नहीं, बल्कि अपनी नई राजनीतिक पहचान ‘टीम तेज प्रताप’ के बैनर तले लड़ेंगे.

हरी टोपी छोड़ पहन ली पीली टोपी

तेज प्रताप ने राजद की पारंपरिक हरी टोपी छोड़ अब पीली टोपी पहन ली है, जो उनकी नई राजनीतिक सोच और राह की ओर संकेत करती है. महुआ में यह मुकाबला दिलचस्प होगा, क्योंकि जहां तेज प्रताप अपनी व्यक्तिगत पकड़ और लालू फैक्टर पर भरोसा कर रहे हैं, वहीं मौजूदा विधायक मुकेश रौशन को राजद का संगठनात्मक समर्थन प्राप्त है.

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