पटना में प्रशांत किशोर के खिलाफ थाने में शिकायत, भाजपा नेता ने लगाए ये गंभीर आरोप

Bihar Politics: भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के गांधी मैदान थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि किशोर भाजपा नेताओं के खिलाफ अपमानजनक बयान देकर पार्टी की छवि को धूमिल करने की साजिश रच रहे हैं.

By Abhinandan Pandey | July 29, 2025 7:37 AM

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में बयानबाजी की गर्मी अब थाने तक पहुंच गई है. भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने सोमवार को पटना के गांधी मैदान थाना में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशांत किशोर सुनियोजित तरीके से भारतीय जनता पार्टी और उसके वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.

‘सम्राट चौधरी को बताया सातवीं फेल’

कल्लू ने अपनी शिकायत में कहा कि हाल ही में एक मीडिया कॉन्क्लेव में प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को ‘सातवीं फेल’ करार दिया और उनके नाम को भी गलत तरीके से पेश किया. उन्होंने इसे व्यक्तिगत खुन्नस से प्रेरित हमला बताया. भाजपा नेता ने कहा कि यह टिप्पणी सिर्फ सम्राट चौधरी नहीं, बल्कि पूरे दल का अपमान है. इसका मकसद जनता के बीच भाजपा की छवि को चोट पहुंचाना है.

दिलीप जायसवाल पर भी गंभीर आरोप लगाने का आरोप

शिकायत में यह भी कहा गया है कि प्रशांत किशोर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर एक नर्सिंग होम मेडिकल कॉलेज पर कब्जा करने का बेबुनियाद आरोप लगाया. कल्लू के मुताबिक, ये सभी बयान निराधार हैं और एक ही लक्ष्य के तहत दिए जा रहे हैं. भाजपा नेताओं को झूठे और अपमानजनक आरोपों के जरिये राजनीतिक नुकसान पहुंचाना.

हमले की आशंका, सुरक्षा को लेकर जताई चिंता

कृष्णा सिंह कल्लू ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए यह आशंका भी जताई है कि प्रशांत किशोर कभी भी भाजपा नेताओं पर शारीरिक हमला करवा सकते हैं. उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर राजनीति में कपड़े की तरह पार्टियां बदलते हैं. जिस तरह की भाषा और निजी हमले वह कर रहे हैं, उससे साफ है कि वे किसी भी हद तक जा सकते हैं.”

कानूनी कार्रवाई और जांच की मांग

भाजपा नेता ने पुलिस से मांग की है कि प्रशांत किशोर के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और एक उच्च स्तरीय जांच टीम इस मामले की गहनता से पड़ताल करे. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह प्रवृत्ति आगे और खतरनाक रूप ले सकती है.

राजनीतिक बयानबाजी से बढ़े तनाव के संकेत

इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी के स्तर को लेकर चिंता बढ़ा दी है. जहां एक ओर प्रशांत किशोर अपने बयानों को ‘जनता के सवाल’ बताकर खारिज करते रहे हैं, वहीं भाजपा अब इसे ‘सोची-समझी साजिश’ बता रही है. आने वाले दिनों में यह मामला राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर और तेज़ी पकड़ सकता है.

Also Read: ‘चिराग भैया, अब बियाह कर लीजिए… अकेलापन मार देगा’, तेजस्वी ने निशांत को लेकर भी खोल दिया दिल