‘सन ऑफ मल्लाह’ का सियासी सागर उफान पर, RJD को दे दी अल्टीमेटम! जानिए मुकेश सहनी की नाराजगी की वजह
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज हो गई है. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने 20 से कम सीटों पर समझौता करने से इनकार कर दिया है, जबकि आरजेडी ने उन्हें 14 सीटों का ऑफर दिया है.
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर तनाव खुलकर सामने आने लगा है. विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से मशहूर मुकेश सहनी ने अब अपनी नाराजगी साफ जाहिर कर दी है. सहनी 20 सीटों से कम पर किसी भी सूरत में समझौता करने को तैयार नहीं हैं, जबकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने उन्हें केवल 14 सीटों का प्रस्ताव दिया है.
देर रात 2 बजे तक तेजस्वी के आवास पर चली बैठक
शुक्रवार देर रात पटना में तेजस्वी यादव के आवास पर दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे तक चली अहम बैठक का कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला. सूत्र बताते हैं कि बातचीत का माहौल शुरू में सौहार्दपूर्ण था, लेकिन जैसे ही सीट शेयरिंग की चर्चा आई, माहौल गरमा गया. तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के अन्य घटक दलों के संतुलन का हवाला देते हुए वीआईपी को 14 सीटें देने की बात कही, जिस पर सहनी ने जवाब दिया- “हमारे जनाधार और मेहनत का सम्मान होना चाहिए, 20 से कम सीट पर VIP चुनाव नहीं लड़ेगी.”
मुकेश सहनी ने साधी चुप्पी
बैठक खत्म होने के बाद रात करीब दो बजे मुकेश सहनी बिना कुछ बोले अपने आवास लौट गए. मीडिया से उन्होंने कोई बातचीत नहीं की और तब से चुप्पी साध रखी है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि VIP अब अपनी अगली रणनीति पर विचार कर रही है और “सहनी किसी बड़े फैसले की तैयारी में हैं.”
इस बीच, शुक्रवार को प्रस्तावित महागठबंधन की अहम बैठक को फिलहाल टाल दिया गया है. आरजेडी ने अपने स्तर पर आपात बैठक (इमर्जेंसी मीटिंग) बुलाई है, जिसमें तेजस्वी यादव वरिष्ठ नेताओं के साथ हालात की समीक्षा करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे.
क्या मुकेश सहनी चुनेंगे अलग राह?
राजनीतिक हलकों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या मुकेश सहनी एक बार फिर अलग राह चुनेंगे? 2020 में उन्होंने महागठबंधन से अलग होकर NDA के साथ गठबंधन किया था, लेकिन बाद में भाजपा से मतभेद के चलते फिर विपक्षी खेमे में लौट आए. अब एक बार फिर वही स्थिति बनती दिख रही है.
विश्लेषकों का मानना है कि मुकेश सहनी मल्लाह और निषाद समुदाय के वोट बैंक को लेकर अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं. बिहार के कई जिलों में इस समुदाय का प्रभाव निर्णायक माना जाता है, और सहनी चाहते हैं कि उनके राजनीतिक प्रभाव का सम्मान किया जाए. VIP की नाराज़गी ने महागठबंधन के भीतर असमंजस और बढ़ा दिया है.
