8 पैसेंजर वाली गाड़ी के लिए 6 एयरबैग जरूरी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में कहा कि वाहनों में सवार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वाहन विनिर्माताओं को गाड़ियों में एयरबैग की संख्या बढ़ानी होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2022 7:59 AM

Nitin Gadkari Tweet: केंद्र सरकार सुरक्षा बढ़ाने के लिए आठ पैसेंजर की क्षमता वाले वाहनों में छह एयरबैग अनिवार्य करने जा रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्विटर पर यह जानकारी दी. इसका उद्देश्य यात्रियों के सुरक्षा स्तर को बढ़ाना है.

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में कहा कि वाहनों में सवार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वाहन विनिर्माताओं को गाड़ियों में एयरबैग की संख्या बढ़ानी होगी. उन्हें आठ सवारियों तक की क्षमता वाले वाहनों में न्यूनतम छह एयरबैग लगाने को कहा जाएगा.

गडकरी के मुताबिक, आठ सवारियों वाले वाहनों में छह एयरबैग को अनिवार्य किये जाने की मसौदा अधिसूचना को उन्होंने हाल ही में मंजूरी दी है. सरकार पहले ही सभी यात्री वाहनों में कम-से-कम दो एयरबैग देना अनिवार्य कर चुकी है. ड्राइवर के लिए एयरबैग की अनिवार्यता जुलाई 2019 से लागू की गई थी जबकि अगली सीट पर बैठने वाले सहयात्री के लिए एयरबैग देना एक जनवरी 2022 से अनिवार्य हो चुका है.

Also Read: Nitin Gadkari बोले- छोटी और सस्ती कारों में भी हो 6 एयरबैग; सिर्फ अमीर ही नहीं, सबकी सेफ्टी है जरूरी

गडकरी ने कहा कि वाहनों की आमने-सामने की टक्कर और बगल से होने वाली टक्कर के असर को कम कर सवारियों को सुरक्षित रखने के लिए यह तय किया गया है कि वाहनों में चार अन्य एयरबैग भी दिये जाएं. गडकरी ने कहा, पीछे की सीट पर अगल-बगल दो एयरबैग देने और दो ट्यूब एयरबैग देने से सभी सवारियों के लिए सफर को सुरक्षित बनाया जा सकेगा. भारत में मोटर वाहनों को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए यह अहम कदम है.

उन्होंने कहा कि एयरबैग की संख्या बढ़ाने का कदम सभी तरह के वाहनों एवं सभी मूल्य दायरे वाले वाहनों में बैठे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 1.16 लाख सड़क हादसे हुए जिनमें 47,984 लोगों की मौत हुई थी. गडकरी ने पिछले साल एक साक्षात्कार में कहा था कि मुख्यतः निम्न मध्य वर्ग की पसंद रहीं छोटी कारों में भी समुचित एयरबैग होने चाहिए ताकि किसी दुर्घटना की स्थिति में उनमें बैठे लोगों की जान बची रहे.

उन्होंने कहा था कि सिर्फ ऊंची कीमतों वाली बड़ी कारों में ही कार विनिर्माता आठ एयरबैग देते हैं. गडकरी ने कहा था कि छोटी कारें अधिकतर निम्न मध्य वर्ग वाले परिवार ही खरीदते हैं लेकिन उनमें पर्याप्त एयरबैग नहीं होने से सवारियों के हादसा होने पर मौत की आशंका बढ़ जाती है. हालांकि उन्होंने कहा था कि अधिक एयरबैग देने पर कारों की कीमतें 4,000 रुपये तक बढ़ सकती हैं.(इनपुट-भाषा)

Also Read: Nitin Gadkari: ‘गाड़ी वाले जब भी हॉर्न दबाएंगे, भारतीय धुन बजने लगेगा’, नितिन गडकरी का ये है प्लान

Next Article

Exit mobile version