लाल किले पर 60 साल पुरानी कार ने खींचा सबका ध्यान, इसकी कहानी दिलचस्प है
स्वतंत्रता दिवस 2025 पर लाल किले पर दिखी Jeep Wagoneer ने सबका ध्यान खींचा. जानिए इस विंटेज SUV की कहानी, इसके फीचर्स और पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन से इसका नाता
स्वतंत्रता दिवस 2025 (Independence Day 2025) के मौके पर लाल किले पर एक खास नजारा देखने को मिला. दिल्ली एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC), लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार (Lieutenant General Bhavnish Kumar) जब समारोह में पहुंचे, तो उनकी सवारी बनी एक 60 साल पुरानी जीप वैगनीयर (Jeep Wagoneer). काले रंग की इस विंटेज SUV का मस्कुलर लुक और क्लासिक डिजाइन लोगों को आकर्षित कर गया.
भूटान के राजा का ऐतिहासिक तोहफा
इस Jeep Wagoneer की कहानी 1965 से शुरू होती है, जब भूटान के राजा जिगमे दोरजी वांगचुक भारत यात्रा पर आये थे. उस समय भारत के राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उन्होंने यह गाड़ी तोहफे में दी थी. यह गाड़ी भारत-भूटान के मैत्रीपूर्ण संबंधों की प्रतीक बनी.
राष्ट्रपति भवन से सेना तक का सफर
लंबे समय तक यह गाड़ी राष्ट्रपति भवन की सेवा में रही. साल 2000 में इसे इंडियन आर्मी को सौंप दिया गया. तब से यह दिल्ली एरिया के आर्मी हेडक्वार्टर में एक सेरेमोनियल गाड़ी के तौर पर इस्तेमाल होती है, यानी खास मौकों पर इसकी शान दिखती है.
Jeep Wagoneer: एक आइकॉनिक मॉडल
Jeep कंपनी की Wagoneer एक प्रतिष्ठित मॉडल रही है. 1963 से 1991 तक इसका उत्पादन लगातार हुआ. इसकी लोकप्रियता को देखते हुए Jeep ने 2021 में इसका नया वर्जन लॉन्च किया. लेकिन भारतीय सेना आज भी इसके पुराने मॉडल को सहेज कर रखे हुए है.
क्या हैं इस गाड़ी के खास फीचर्स?
3.8 लीटर टॉरनेडो, 6 सिलिंडर इंजन
140hp की पावर
यूनिक फ्रंट सस्पेंशन
4X4 ड्राइव फीचर
पहली 4X4 गाड़ी जिसमें ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन था
3-स्पीड मैनुअल का विकल्प
1965 में 5.4 लीटर V8 इंजन वेरिएंट भी आया.
डिजाइनर ब्रूक्स स्टीवेंस की क्रिएशन
1962 में ऑटोमोबाइल इंजीनियर ब्रूक्स स्टीवेंस ने इसका पहला मॉडल डिजाइन किया था. उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह गाड़ी इतनी लोकप्रिय हो जाएगी कि 1991 में प्रोडक्शन बंद होने के बाद भी 2021 में इसका नया अवतार आएगा.
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