Google Maps पर आया नया फीचर Plus Codes, अब पता खोजना हुआ और आसान

Google India ने एक नया फीचर लॉन्च किया है. Google Maps का नया फीचर Plus Codes है. इस फीचर की मदद से यूजर अपने घर का डिजिटल पता बना पाएंगे. आइए जानें गूगल मैप्स का प्लस कोड्स क्या है?

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2022 7:35 PM

Plus Codes For Google Map : गूगल इंडिया ने एक नया फीचर लॉन्च किया है. गूगल मैप का नया फीचर प्लस कोड है. इस फीचर की मदद से यूजर अपने घर का डिजिटल पता बना पाएंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति आपकी सटीक लोकेशन पर पहुंच सकेगा. गूगल ने गूगल मैप्स पर भारत के लिए अपनी तरह की पहली सुविधा की शुरुआत कर दी है, जिसमें यूजर्स अपने घरों का ‘प्लस कोड्स पता’ जानने के लिए अपनी वर्तमान लोकेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं.

गूगल मैप्स का प्लस कोड्स क्या है?

‘प्लस कोड्स’ मुक्त, खुले स्रोत से प्राप्त होने वाले डिजिटल पते होते हैं जो उन स्थानों की भी सटीक जानकारी बता सकते हैं जिनका सही-सही आपैचारिक पता नहीं होता. गली और इलाके के नाम के बजाय प्लस कोड अक्षांश और देशांतर पर आधारित होते हैं और इन्हें अक्षरों और संख्याओं की छोटी शृंखला के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. इस तरह, इससे सही जगह पर पहुंचा जा सकता है और यह दुकानों का पता लगाने और उन तक पहुंचने को भी आसान बनाते हैं. प्लस कोड्स की शुरुआत 2018 में हुई थी और तब से इसे देश में गैर सरकारी संगठनों और सरकारों ने बड़े पैमाने पर अपनाया है.

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गूगल ने क्या कहा?

गूगल मैप्स की ‘प्रोडक्ट मैनेजर’ अमांडा बिशप ने कहा, हम उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाना चाहते हैं, इसी क्रम में वे अपनी दैनिक जरूरतों के लिए ‘प्लस कोड’ पतों का सीधे इस्तेमाल कर सकेंगे. उन्होंने कहा, हमने भारत में यह सुविधा एक महीने पहले शुरू की थी. यह प्रसन्नता का विषय है कि भारत में तीन लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने प्लस कोड्स के जरिये अपने घरों का पता खोज लिया.

फोन की लोकेशन का इस्तेमाल

बयान में बताया गया कि गूगल मैप्स पर ‘होम’ लोकेशन सुरक्षित करने पर भारत के उपयोगकर्ता ‘अपनी वर्तमान लोकेशन का इस्तेमाल करें’ फीचर देख सकेंगे जिसमें प्लस कोड तैयार करने के लिए फोन की लोकेशन का इस्तेमाल किया जाएगा और इसे बाद में उपयोगकर्ता अपने घर के पते के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे. इन पतों को साझा भी किया जा सकेगा. इसमें कहा गया कि अभी यह सुविधा केवल एंड्रॉयड पर उपलब्ध है और बाद में इसे आईओएस प्लैटफॉर्म के लिए भी लाया जा सकेगा. (इनपुट : भाषा)

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