बुलंदशहर से लायी गयी रांची की बेटी

रांची : पंडरा के नया टोली की रहनेवाली नाबालिग को यूपी पुलिस गुरुवार को लेकर रांची आ गयी है. उसे यूपी के बुलंदशहर में बेचा जा रहा था़ बुलंदशहर की सीडब्ल्यूसी की टीम ने उसे मुक्त कराया था.स्टेशन से चुटिया पुलिस के गश्ती दल के वाहन में उसे स्कॉट कर रांची सीडब्ल्यूसी के समक्ष दिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 10, 2020 4:11 AM

रांची : पंडरा के नया टोली की रहनेवाली नाबालिग को यूपी पुलिस गुरुवार को लेकर रांची आ गयी है. उसे यूपी के बुलंदशहर में बेचा जा रहा था़ बुलंदशहर की सीडब्ल्यूसी की टीम ने उसे मुक्त कराया था.स्टेशन से चुटिया पुलिस के गश्ती दल के वाहन में उसे स्कॉट कर रांची सीडब्ल्यूसी के समक्ष दिन के 11 बजे पेश किया गया. रांची सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी, सदस्य तनुश्री सरकार व प्रतिमा तिवारी के समक्ष नाबालिग की काउंसलिंग की गयी. उसके बाद उसे प्रेमाश्रय भेज दिया गया़

रांची सीडब्ल्यूसी ने बताया कि दो मानव तस्कर सरिता व कलावती नाबालिग को 30 दिसंबर 2019 को ले गयी थी़ सरिता उसकी मौसी है, जबकि कलावती को भी नाबालिग मौसी ही बोलती है़ नाबालिग का 164 का बयान यूपी में ही दर्ज कर लिया गया है़ हालांकि जुबेनाइल जस्टिस अधिनियम के कारण नाबालिग से मीडिया को बात नहीं करने दिया गया़
मां की स्थिति है दयनीय : इसके बाद जिला बाल संरक्षण इकाई के सदस्य ने पंडरा स्थित नया टोली में नाबालिग की मां की खोज खबर ली़ उसकी मां नेत्रहीन है़ नाबालिग के दो भाई हैं, लेकिन वे मां की देखभाल नहीं करते़ वह मुहल्लेवालाें के रहमोकरम पर जीती है और एक झोपड़ी में रहती है. नाबालिग के पिता ने दूसरी शादी कर ली है और लोहरदगा में दूसरी पत्नी के साथ रहता है़
घरवाले सक्षम होंगे, तो नाबालिग को सौंपा जायेगा : इधर सीडब्ल्यूसी का कहना है कि नाबालिग की दूसरी बार भी काउंसलिंग की जायेगी. यदि उसके घरवाले उसे रखने में सक्षम होंगे, तो उन्हें सौंप दिया जायेगा़ सक्षम नहीं होने पर सीडब्ल्यूसी उसके पुनर्वास की व्यवस्था करायेगा़ उसकी पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था भी सरकार की ओर की जायेगी़

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