पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड का आरोपी कतरास से गिरफ्तार, आठ महीने से यहां था
धनबाद/कतरास : वरिष्ठ पत्रकार और दक्षिणपंथियों की आलोचक रही गौरी लंकेश, डॉ नरेंद्र डाभोलकर, गोविंद पनसरे और एमएम कलबुर्गी की हत्या में शामिल राजेश देवडीकर उर्फ ऋषिकेश उर्फ मुरली उर्फ शिवा (44) को गुरुवार को कतरास के भगत मुहल्ले से गिरफ्तार किया गया. हत्याकांड में 20 नामजद लोगों में से अब तक 10 को गिरफ्तार […]
धनबाद/कतरास : वरिष्ठ पत्रकार और दक्षिणपंथियों की आलोचक रही गौरी लंकेश, डॉ नरेंद्र डाभोलकर, गोविंद पनसरे और एमएम कलबुर्गी की हत्या में शामिल राजेश देवडीकर उर्फ ऋषिकेश उर्फ मुरली उर्फ शिवा (44) को गुरुवार को कतरास के भगत मुहल्ले से गिरफ्तार किया गया. हत्याकांड में 20 नामजद लोगों में से अब तक 10 को गिरफ्तार किया जा चुका है. कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने कतरास पुलिस के सहयोग से यह गिरफ्तारी की. टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर पुनीथ कुमार कर रहे थे.
राजेश आठ माह से कतरास में अपना नाम बदल कर रह रहा था. वह स्थानीय खेमका पेट्रोल पंप पर केयरटेकर था. धनबाद एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि राजेश डेवडिकर महाराष्ट्र के औरंगाबाद निवासी भास्कर देवडीकर का पुत्र है. विशेष जांच टीम के सदस्य पिछले पांच दिनों से धनबाद में रहकर राजेश की तलाश कर रहे थे. जिस मकान में वह रह रहा था, उसके मालिक उद्योगपति प्रदीप खेमका हैं. एसआइटी इंस्पेक्टर पुनीथ कुमार ने कहा कि प्रक्रिया चल रही है. गिरफ्तारी की गयी है. उसके कमरे से सनातन धर्म की कई पुस्तकें बरामद की गयी हैं. जब्ती सूची व अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही वह कुछ कह सकते हैं.
सिंडिकेट का था वैचारिक प्रेरक : राजेश हत्यारों के सिंडिकेट का वैचारिक प्रेरक था. उस पर नये सदस्यों की भर्ती की जिम्मेदारी थी. कर्नाटक पुलिस के अनुसार, देवडीकर सिंडिकेट में तीसरा अहम स्थान रखता था. गौरी लंकेश हत्याकांड में दाखिल चार्जशीट में उसकी कतिपय भूमिका का उल्लेख किया गया है.