रांची : रानी चिल्ड्रेन में भर्ती छात्रा की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

रांची : मछली घर के पीछे स्थित रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती पंडरा के राधानगर निवासी धनंजय कुमार की पुत्री नैंसी कुमारी (साढ़े नौ वर्ष) की मौत के बाद रविवार को परिजनों ने हंगामा व तोड़फोड़ किया जानकारी के मुताबिक नैंसी को सर्दी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अस्पताल में डॉ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 14, 2019 6:48 AM
रांची : मछली घर के पीछे स्थित रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती पंडरा के राधानगर निवासी धनंजय कुमार की पुत्री नैंसी कुमारी (साढ़े नौ वर्ष) की मौत के बाद रविवार को परिजनों ने हंगामा व तोड़फोड़ किया
जानकारी के मुताबिक नैंसी को सर्दी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अस्पताल में डॉ राजेश कुमार की देखरेख में 10 अक्तूबर को भर्ती किया गया था और रविवार की सुबह चार बजे उसकी मौत हो गयी
नैंसी डीएवी हेहल में तीसरी की छात्रा थी़ हंगामे की सूचना मिलते ही साढ़े चार बजे काफी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया़ लेकिन परिजन रूक-रूक कर हंगामा करते रहे़ हालांकि इस संबंध में कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है़ पुलिस ने परिजनों को काफी समझाया, तब जाकर नैंसी को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक आवास पटना ले जाया गया़
घरवालों ने लगाया लापरवाही का आरोप
नैंसी के परिजनों ने रानी चिल्ड्रेन के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है़ उनका कहना है कि रात में रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में संचालक व मुख्य चिकित्सक नहीं रहते़ नर्स व जूनियर डॉक्टरों के भरोसे गंभीर मरीजों को छोड़ दिया जाता है़
नैंसी के चाचा अंजय कुमार सिंह ने बताया रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में रात में बच्चों को भगवान भरासे छोड़ दिया जाता है़ नैंसी को सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर भरती कराया गया था
यहां कई टेस्ट कराये गये, जिसमें डेंगू, मलेरिया व कैंसर के संक्रमण की बात बतायी कही गयी थी. इसके बावजूद लापरवाही बरती गयी़ इलाज में तत्परता बरती जाती तो नैंसी की जान बचायी जा सकती थी़ अंजय कुमार सिंह के अनुसार नैंसी के पिता प्राइवेट काम करते है़ं

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