फेवरेट फिगर : मैं इंडस्ट्री में रितिक रोशन की बॉडी को बहुत पसंद करता हूं. उनकी बॉडी बल्की होने के बजाय लीन है, जो उनकी खासियत है. लीन बॉडी की वजह से वह बहुत यंग लगते हैं. मेरी कोशिश भी अपनी बॉडी को ज्यादा-से-ज्यादा लीन बनाये रखने की होती है.
फिट रहने के के लिए मैं हफ्ते में पांच दिन जिम जाता हूं. सबसे ज्यादा फोकस कार्डियो एक्सरसाइज पर करता हूं. मैं कार्डियो करने की सभी को सलाह दूंगा. यह आपके दिल के लिए बहुत अच्छा एक्सरसाइज है, इसलिए सभी को यह जरूर करना चाहिए. हां मगर, हदय रोगियों को पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए. मैं जिम में डेढ़ घंटे का समय बिताता हूं, जिसमे कार्डियो के बाद साइकलिंग शामिल है. उसके बाद हर दिन अपनी बॉडी के किसी एक पार्ट पर वर्कआउट करता हूं. मैं हेवी वेट वाले से लेकर हल्के-फुल्के एक्सरसाइज भी करता हूं.
वर्कआउट जरूरी है, इसलिए कोशिश करता हूं कि मिस न करूं. कभी-कभी शूटिंग की वजह से अगर जिम जाने का समय नहीं मिलता, तो सेट पर ही समय निकालकर थोड़ा-बहुत वर्कआउट कर लेता हूं. इसलिए भी किसेट पर ब्रेक टाइम में खाली बैठना पसंद नहीं. बैडमिंटन, टेबल टेनिस, फुटबॉल, क्रिक्रेट, साइकलिंग ये सब मेरी लाइफ में शुरू से शामिल रहे हैं. क्रिकेट तो मेरा पसंदीदा खेल है. अगर एक्टर नहीं होता, तो जरूर क्रिकेटर होता. अगर आप किसी भी खेल से जुड़ते हैं, तो यह भी शरीर के लिए अच्छा एक्सरसाइज है.
डायट प्लान : एक्सरसाइज से ज्यादा अहम डायट होता है. अगर आप जिम में एक घंटा दे रहे हैं, लेकिन कुछ भी जंक फूड या तली चीजें खा ले रहे हैं, तो सारी मेहनत बेकार है. इसलिए जो भी खाएं, थोड़ा-सा ध्यान दें. मेरे दिन की शुरुआत आंवला और एलोवेरा जूस से होती है. थोड़ा ब्रेक लेता हूं, फिर ग्रीन टी पीता हूं. नाश्ते में पोहा, उबली सब्जियां, उबले अंडे, दही और जूस लेता हूं. लंच में दाल, सब्जी और दही. कभी-कभी चिकन भी. डिनर में चपाती, हरी पत्तेदार सब्जी, दाल और मछली होती है. अंडा, चिकेन और मछली प्रोटीन की पूर्ति के लिए खाता हूं.
प्रोटीन सप्लीमेंट लेने के बजाय नेचुरल तरीके से इसे लेना पसंद करता हूं. मुझे लगता है कि जितना आप अपनी बॉडी को नेचुरल तरीके से ट्रीट करेंगे, उतना ही अच्छा रिजल्ट मिलेगा. खाना कम तेल में पका हो और ऑलिव ऑयल हो, यह प्रायोरिटी है. दिन भर में पांच लीटर पानी पीता हूं. पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी है. यह आपकी बॉडी से सारे टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है.
बातचीत : उर्मिला कोरी, मुंबई