मोदी संग ट्रंप की दोस्ती टूटी! अमेरिका के पूर्व NSA का सनसनीखेज खुलासा, दुनिया के नेताओं को चेतावनी
Trump Modi Friendship: जॉन बोल्टन ने बड़ा खुलासा किया कि ट्रंप-मोदी की दोस्ती अब खत्म हो चुकी है. बोले - ट्रंप से व्यक्तिगत रिश्ता भी किसी नेता को नहीं बचा सकता. 50% टैरिफ, रूस-चीन की नजदीकी और “अमेरिका फर्स्ट” नीति ने भारत-अमेरिका संबंधों को दशकों पीछे धकेला.
Trump Modi Friendship: अमेरिका और भारत के रिश्तों पर एक नई बहस छिड़ गई है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच कभी अच्छे व्यक्तिगत रिश्ते थे, लेकिन अब “वो खत्म हो चुके हैं.” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि ट्रंप के साथ नजदीकी भी विश्व नेताओं को उनके “सबसे बुरे” फैसलों से नहीं बचा सकती. हाल के दिनों में भारत-अमेरिका संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं. ट्रंप प्रशासन ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाया. ट्रंप ने इसे रूस और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अपनी कार्रवाई बताया. वहीं, व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नावारो ने भारत के रूस से ऊर्जा और रक्षा संबंधों पर सवाल उठाए.
Trump Modi Friendship: व्यक्तिगत रिश्तों का भ्रम
जॉन बोल्टन ने ब्रिटिश मीडिया पोर्टल LBC को दिए इंटरव्यू में कहा कि ट्रंप अंतरराष्ट्रीय संबंधों को व्यक्तिगत रिश्तों के चश्मे से देखते हैं. अगर उनके अच्छे रिश्ते पुतिन से हैं, तो उन्हें लगता है कि अमेरिका का भी रूस से रिश्ता अच्छा होगा. जबकि असलियत इससे अलग है. उन्होंने कहा कि ट्रंप की नीतियों ने भारत को रूस और चीन के करीब ला दिया है. बोल्टन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी लिखा कि व्हाइट हाउस ने “अमेरिका-भारत संबंधों को दशकों पीछे धकेल दिया है.” उनका कहना था कि बीजिंग अब खुद को अमेरिका और ट्रंप के विकल्प के रूप में पेश कर रहा है.
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स्टारमर और अन्य नेताओं के लिए चेतावनी
जॉन बोल्टन ने यह भी स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत रिश्ता किसी देश को ट्रंप के फैसलों से स्थायी सुरक्षा नहीं देता. उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर का उदाहरण देते हुए कहा कि अच्छा व्यक्तिगत रिश्ता कभी-कभी मदद करता है, लेकिन यह बुरे हालात से बचाव नहीं कर सकता. यह बयान ऐसे समय आया है जब ट्रंप 17 से 19 सितंबर तक ब्रिटेन दौरे पर रहेंगे. कीर स्टारमर ने इसी साल फरवरी में व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान ट्रंप को किंग चार्ल्स III का निमंत्रण पत्र सौंपा था.
John Bolton Warning To World Leaders: ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति पर बढ़ी आलोचना
बोल्टन का यह बयान ट्रंप की “America First” नीति की आलोचनाओं में नया इजाफा है. इस नीति के तहत ट्रंप ने अक्सर पारंपरिक कूटनीतिक रिश्तों को नजरअंदाज किया और लेन-देन आधारित संबंधों को प्राथमिकता दी. बोल्टन की चेतावनी इस ओर इशारा करती है कि विश्व नेताओं के लिए केवल व्यक्तिगत दोस्ती पर्याप्त नहीं है. नीतिगत बदलाव और भू-राजनीतिक प्राथमिकताएं कहीं अधिक अहम भूमिका निभाती हैं.
