थाईलैंड और कंबोडिया में किसकी सेना है ज्यादा ताकतवर? युद्ध होने पर कौन होगा विजेता?
Thailand vs Cambodia Military Power: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ते सैन्य तनाव और हालिया झड़पों के बीच जानिए दोनों देशों की सैन्य ताकत का तुलनात्मक विश्लेषण. किसके पास है ज्यादा आधुनिक हथियार और कौन होगा विजेता, पढ़ें विस्तार से.
Thailand vs Cambodia Military Power: पिछले कुछ दिनों से दक्षिण-पूर्व एशिया के पड़ोसी देशों, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद बढ़ता ही जा रहा था। हाल ही में दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़पों में लगभग 13 कंबोडियाई नागरिक मारे गए और लगभग 71 घायल हुए। हालंकी, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस संकट पर एक आपात बैठक बुलाई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच “तत्काल युद्धविराम” हो गया. लेकिन सवाल यह है कि अगर दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध छिड़ जाता है, तो विजेता कौन होगा?
Thailand vs Cambodia Military Power in Hindi: सैन्य ताकत का तुलनात्मक विश्लेषण
2025 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के अनुसार, थाईलैंड की सैन्य स्थिति कंबोडिया की तुलना में काफी मजबूत है. थाईलैंड ग्लोबल रैंकिंग में 24वें स्थान पर है, जबकि कंबोडिया 83वें स्थान पर है. थाईलैंड के पास करीब 3.6 लाख सक्रिय सैनिक और 2 लाख रिजर्व सैनिक हैं, जो इसे इस क्षेत्र का प्रमुख सैन्य बल बनाते हैं. वहीं, कंबोडिया के सक्रिय सैनिकों की संख्या लगभग 1.7 लाख और रिजर्व सैनिक एक लाख हैं.
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थल, वायु और नौसेना की स्थिति
थाईलैंड के पास आधुनिक हथियार और विमान शामिल हैं, जैसे कि 40-50 F-16 लड़ाकू विमान, SAAB ग्रिपेन जेट, 100 से अधिक हेलिकॉप्टर (जिनमें AH-1 कोबरा भी शामिल है) और खतरनाक ड्रोन. थल सेना में 200 से अधिक आधुनिक टैंक और वायु रक्षा प्रणाली मौजूद हैं. नौसेना में थाईलैंड के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर, सात फ्रिगेट्स, एक पनडुब्बी और 20 से अधिक युद्धपोत हैं.
वहीं, कंबोडिया की सेना तकनीकी रूप से कमजोर मानी जाती है. कंबोडिया मुख्यतः पुराने हथियारों पर निर्भर है, जिनमें चीनी निर्मित हेलिकॉप्टर Mi-8 और Z-9 शामिल हैं. वायुसेना के पास सीमित संख्या में सस्ते ड्रोन हैं, जिनका उपयोग मुख्यतः जासूसी के लिए किया जाता है. थल सेना में भी पुराने मॉडल के हथियार हैं और उनके पास आधुनिक रॉकेट सिस्टम तथा नौसेना युद्धपोत नहीं हैं.
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