स्टारबक्स की टेक्नोलॉजी की कमान अब IITian के हाथ, जानें कौन हैं आनंद, जिन्हें कॉफी कंपनी ने बनाया CTO
Starbucks CTO Anand Varadarajan: आनंद वरदराजन को स्टारबक्स का नया मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) के रूप में नियुक्ति किया गया है. वह 19 जनवरी से यह जिम्मेदारी संभालेंगे और सीधे कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रायन निकोल को रिपोर्ट करेंगे. वरदराजन के पास करीब दो दशकों का वैश्विक अनुभव है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक वरदराजन के पास टेक्नोलॉजी फील्ड में वर्षों का अनुभव है.
Starbucks CTO Anand Varadarajan: अमेरिका की बड़ी-बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भारतीय मूल के पेशेवरों की बढ़ती मौजूदगी एक बार फिर चर्चा में है. यह साबित करती है कि तकनीक, नेतृत्व और नवाचार के क्षेत्र में भारत की प्रतिभा विश्वस्तर पर कितनी मजबूत है. गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और अब स्टारबक्स जैसे वैश्विक ब्रांड्स में भारतीय मूल के अधिकारियों की अहम भूमिकाएं इस बात का प्रमाण हैं. भारतीय शिक्षा, कौशल और कार्य संस्कृति की गहरी छाप लिए आनंद वरदराजन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छोड़ी है. आनंद की स्टारबक्स के नए मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) के रूप में नियुक्ति की गई है.
मल्टीनेशनल कॉफीहाउस चेन स्टारबक्स ने भारतीय मूल के टेक्नोलॉजी एग्जीक्यूटिव आनंद वरदराजन को एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर नियुक्त किया है. वह 19 जनवरी से यह जिम्मेदारी संभालेंगे और सीधे कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रायन निकोल को रिपोर्ट करेंगे. इसके साथ ही वह स्टारबक्स की एग्जीक्यूटिव लीडरशिप टीम का भी हिस्सा बनेंगे. यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब स्टारबक्स अपने स्टोर्स में बड़े पैमाने पर तकनीकी बदलावों के जरिए संचालन को अधिक कुशल, तेज और कर्मचारी-अनुकूल बनाने की दिशा में काम कर रही है. कंपनी का फोकस डिजिटल टूल्स, बैकएंड सिस्टम्स और आधुनिक टेक्नोलॉजी के जरिए इन-स्टोर अनुभव को बेहतर करने पर है.
अनुभव और भरोसे की वजह बने वरदराजन
आनंद वरदराजन के पास करीब दो दशकों का वैश्विक अनुभव है. उन्होंने लगभग 19 साल तक अमेजन में काम किया, जहां वे कंपनी के वर्ल्डवाइड ग्रॉसरी स्टोर्स बिजनेस के लिए टेक्नोलॉजी और सप्लाई चेन ऑपरेशंस का नेतृत्व कर चुके हैं. अमेजन में रहते हुए उन्होंने बड़े पैमाने पर सुरक्षित, भरोसेमंद और कस्टमर-केंद्रित टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म विकसित किए, जो आज भी कंपनी की रीढ़ माने जाते हैं. अमेजन से पहले उन्होंने ओरेकल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया और कई स्टार्टअप्स का भी हिस्सा रहे, जिससे उन्हें अलग-अलग कार्य परिवेशों में काम करने का व्यापक अनुभव मिला.
शैक्षणिक पृष्ठभूमि: भारत से अमेरिका तक
आनंद वरदराजन की शैक्षणिक यात्रा भी उतनी ही प्रभावशाली है. उन्होंने भारत के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री प्राप्त की. उनका मल्टी सब्जेक्ट एजुकेशन ही उनकी तकनीकी समझ और नेतृत्व क्षमता को और मजबूत बनाता है.
स्टारबक्स की रणनीति और भविष्य की दिशा
स्टारबक्स को उम्मीद है कि वरदराजन के नेतृत्व में डिजिटल टूल्स और बैकएंड सिस्टम्स में निवेश और तेज होगा. इससे कामकाज की प्रक्रियाएं सरल होंगी, कर्मचारियों को बेहतर सहयोग मिलेगा और स्टोर्स में ग्राहकों का अनुभव और बेहतर किया जा सकेगा. वरदराजन की नियुक्ति से कंपनी की टेक्नोलॉजी पहलों को नई गति मिलेगी. उनसे उम्मीद है कि वह डिजिटल सिस्टम्स को और मजबूत करेंगे, वर्कफ्लो को सरल बनाएंगे, कर्मचारियों को बेहतर तकनीकी सपोर्ट देंगे और ग्राहकों के इन-स्टोर अनुभव को अगले स्तर पर ले जाएंगे. यह वही मॉडल है, जिसे वह अमेजन में सफलतापूर्वक लागू कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें:-
दुनिया का सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट फिर से शुरू, सुनामी के चलते हुआ था तबाह
रूस में जीतने की क्षमता ही नहीं… मॉस्को बना कंधा डीप स्टेट पर निशाना, तुलसी गबार्ड का ये कैसा कमेंट
