श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार किए 47 भारतीय मछुआरे, साल 2025 की सबसे बड़ी हिरासत, जानें किस चूक पर मिली ये सजा?
Sri Lankan Navy arrested 47 Indian Fishermen: श्रीलंकाई नौसेना ने बुधवार देर रात समुद्री सीमा लांघने के आरोप में रामेश्वरम के 30 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया और चार मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जब्त कर लिया. इसके अलावा, गुरुवार तड़के कराईकल के 17 मछुआरों को ले जा रही एक और नाव को डेल्फ्ट द्वीप (नेदुन्थीवु) के पास पकड़ा गया.
Sri Lankan Navy arrested 47 Indian Fishermen: श्रीलंका की नौसेना ने उत्तरी श्रीलंका के तलाईमन्नार में बृहस्पतिवार को 47 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है और उनकी पांच नौकाएं जब्त कर ली गई हैं. उन पर श्रीलंका के जलक्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने का आरोप है. ये गिरफ्तारियां मन्नार और डेल्फ्ट के समुद्री क्षेत्रों में चलाए गए समन्वित गश्ती अभियानों के दौरान की गईं. नौसेना ने कहा कि गिरफ्तार किए गए 47 मछुआरों और उनके उपकरणों को आगे की कार्रवाई के लिए उत्तर में स्थित मत्स्य निरीक्षक कार्यालय को सौंप दिया जाएगा.
श्रीलंकाई नौसेना ने बुधवार देर रात समुद्री सीमा लांघने के आरोप में रामेश्वरम के 30 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया और चार मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जब्त कर लिया. इसके अलावा, गुरुवार तड़के कराईकल के 17 मछुआरों को ले जा रही एक और नाव को डेल्फ्ट द्वीप (नेदुन्थीवु) के पास पकड़ा गया. श्रीलंकाई नौसेना प्रवक्ता कमांडर बुद्धिका संपत ने पीटीआई को बताया कि उन्हें गिरफ्तार करने के लिए नौसेना का अभियान कल देर रात शुरू हुआ था और बृहस्पतिवार की तड़के सुबह तक चला.
पहले चार नावें और 30 लोगों को किया गिरफ्तार
रामेश्वरम मत्स्य अधिकारी के अनुसार, बुधवार सुबह कुल 339 नावें नियमित मछली पकड़ने के लिए रामेश्वरम फिशिंग जेटी से समुद्र में उतरी थीं. इनमें से चार नावें और 30 मछुआरों सहित श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़ी गईं. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, ये मछुआरे धनुषकोडी और तलैमन्नार के बीच मछली पकड़ रहे थे, तभी उन्हें गिरफ्तार किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गिरफ्तार मछुआरों और उनकी नौकाओं को मन्नार नौसेना अड्डे ले जाया गया. गुरुवार सुबह उन्हें मन्नार मत्स्य विभाग के अधिकारियों को सौंपा गया. इसके बाद अदालत में पेश करने के पश्चात मछुआरों को ववुनिया जेल में भेज दिया गया.
फिर 1 नाव और 17 लोगों को किया गिरफ्तार
बाद में एक और अभियान में, श्रीलंकाई नौसेना ने कराईकल के 17 मछुआरों सहित एक और नाव को नेदुन्थीवु (डेल्फ्ट द्वीप) के पास पश्चिमी समुद्री क्षेत्र में पकड़ा. उन पर भी समुद्री सीमा पार करने का आरोप लगाया गया है. इन मछुआरों को आगे की पूछताछ के लिए कंकेसनथुराई नौसेना अड्डे ले जाया गया. इन गिरफ्तारियों के साथ, एक ही दिन में कुल 5 नौकाएं और 47 भारतीय मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना की गिरफ्त में आ चुके हैं, जो इस साल एक दिन में सबसे बड़ी गिरफ्तारी मानी जा रही है.
भारत-श्रीलंका के बीच विवादास्पद बना हुआ है ये मुद्दा
भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय संबंधों में मछुआरों का मुद्दा विवादास्पद बना हुआ है. श्रीलंकाई नौसेना के जवानों ने पाक जलडमरूमध्य में भारतीय मछुआरों पर गोलीबारी की और श्रीलंकाई जलक्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करने की कई कथित घटनाओं में उनकी नौकाओं को जब्त कर लिया है. पिछले महीने भी उत्तरी श्रीलंका के जाफना के पास 12 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था और उनकी नाव को जब्त कर लिया गया था. इससे पहले 9 अगस्त को श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा उल्लंघन के आरोप में रामेश्वरम के 7 मछुआरों को हिरासत में लिया था.
रामेश्वरम के मछुआरा संघों ने श्रीलंकाई नौसेना की इन कार्रवाईयों की निंदा की है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार सभी भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की जाए और जब्त की गई भारतीय नौकाओं को भी वापस लाया जाए.
कहां होती है भारतीयों से गलती?
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक डेल्फ्ट द्वीप के पास पकड़ी गई एक नाव कराईकल क्षेत्र की है, जिसमें 17 मछुआरे सवार थे. रिपोर्ट के अनुसार ऑल मशीनीकृत बोट फिशरमेन एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि ये मछुआरे हाई हॉर्सपावर इंजन वाली नावों से अवैध रूप से रामेश्वरम मछुआरों के क्षेत्र में मछली पकड़ते हैं. कराईकल के मछुआरे अक्सर धनुषकोडी और तलैमन्नार के बीच अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र के करीब काम करते हैं और कई बार श्रीलंकाई मछुआरों के जालों को नुकसान पहुंचाते हैं. इसी कारण भारतीय मछुआरों की बार-बार गिरफ्तारी की घटनाएं हो रही हैं. रामेश्वरम के मछुआरा संगठनों के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे इस मुद्दे पर जल्द ही कराईकल के मछुआरा संघों से बैठक करेंगे और उनसे अपील करेंगे कि वे रामेश्वरम मछुआरों के मछली पकड़ने के क्षेत्र में प्रवेश करने से बचें.
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