चुप रहो, चुप रहो पिग्गी! ट्रंप ने रिपोर्टर के लिए किया अभद्र भाषा का इस्तेमाल, आखिर किस बात पर भड़के मिस्टर प्रेसीडेंट?

Donald Trump says quiet, quiet piggy: डोनाल्ड ट्रंप अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं. लेकिन उन्होंने हाल ही में महिला पत्रकारों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिसकी काफी आलोचना हो रही है.

By Anant Narayan Shukla | November 19, 2025 9:33 AM

Donald Trump says quiet, quiet piggy: डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. मीडिया से उनका रिश्ता तो और भी तनातनी भरा दिखता है. अब वे एक पत्रकार को पिग्गी कहकर चर्चा में आ गए हैं. ट्रंप अपना होश एक सवाल पर खो बैठे, जो उनके लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. मंगलवार को सुबह उन्होंने ब्लूमबर्ग की महिला पत्रकार के लिए ऐसे शब्द इस्तेमाल किए, जिस पर उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. सोशल मीडिया पर भी यह शब्द ट्रेंड करने लगा. लोगों ने ट्रंप की इस अभद्र भाषा पर सवाल उठाए और उन्हें जमकर कोसा. इसके बाद उन्होंने मंगलवार को ही शाम में एक और महिला पत्रकार से फिर बुरी तरह बात की. यह रिपोर्टर एबीसी की थीं.

पहली घटना ब्लूमबर्ग की रिपोर्टर कैथरीन लूसी से जुड़ी थी. शुक्रवार को एयर फोर्स वन में हुई, लेकिन मंगलवार को ही सोशल मीडिया पर सामने आई. ब्लूमबर्ग की रिपोर्टर लूसी ने जब यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ा सवाल पूछा तो ट्रंप भड़क गए. उन्होंने पूछा कि वे एप्स्टीन के दस्तावेज क्यों जारी नहीं करेंगे ‘अगर फाइलों में कुछ भी दोषी साबित करने वाला नहीं है’, तो ट्रंप ने उनकी ओर इशारा करते हुए कहा, “चुप रहो, चुप रहो पिग्गी,” और फिर दूसरे पत्रकार की ओर मुड़ गए.

दरअसल ट्रंप किसी और रिपोर्टर के सवाल पर जवाब दे रहे थे. लेकिन लूसी ने उन्हें टोकते हुए एपस्टीन का मुद्दा उठा दिया और ट्रंप अपनी झुंझलाहट संभाल नहीं पाए. ट्रंप ने अभद्र टिप्पणी करने के बाद कहा, तुम मुझे अपनी बात नहीं पूरी करने दोगी. तुम बेकार हो. ब्लूमबर्ग से हो न? मुझे समझ नहीं आता तुम्हें क्यों रखा गया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया. लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया. 

एपस्टीन के मुद्दे पर फिर भड़के ट्रंप

इसके बाद शाम को डोनाल्ड ट्रंप ने एक एबीसी न्यूज की रिपोर्टर को निशाना बनाया. यह घटना ओवल ऑफिस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात के दौरान हुई. राष्ट्रपति ट्रंप ने एबीसी के प्रसारण लाइसेंस को रद्द कराने की धमकी दी, जब रिपोर्टर मैरी ब्रूस ने यह पूछते हुए कई सवाल किए कि क्या ट्रंप परिवार के बिजनेस का सऊदी अरब के साथ कारोबार हितों के टकराव का कारण बनता है. बाद में उन्होंने क्राउन प्रिंस से 2018 में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सवाल किया.

ओवल ऑफिस में, ब्रूस ने प्रिंस मोहम्मद से पूछा, “अमेरिकी खुफिया ने निष्कर्ष निकाला है कि आपने एक पत्रकार की निर्मम हत्या की साजिश रची थी. 9/11 पीड़ित परिवार यह देखकर नाराज़ हैं कि आप ओवल ऑफिस में मौजूद हैं. अमेरिकियों को आप पर भरोसा क्यों करना चाहिए?”

ट्रंप गुस्से में बीच में बोल पड़े और कहा, “एबीसी फेक न्यूज. बिजनेस में सबसे खराब में से एक.” ट्रंप ने जोर देकर कहा कि उनका ट्रंप ऑर्गनाइजेशन से “कुछ लेना-देना नहीं” है, जिसे उनके दो बड़े बेटे चलाते हैं, और उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने अभी-अभी मालदीव में एक सऊदी डेवलपर के साथ एक नई डील की है. उन्होंने प्रिंस मोहम्मद का बचाव करते हुए ब्रूस से कहा, “आपको ऐसे सवाल पूछकर हमारे मेहमान को शर्मिंदा नहीं करना चाहिए.”

तनाव तब बढ़ गया जब ब्रूस ने बाद में एप्स्टीन पर सवाल किया. तो ट्रंप ने पलटवार किया, “मुझे सवाल से दिक्कत नहीं है. आपकी ऐटिट्यूड से दिक्कत है. आप एक बेहद खराब रिपोर्टर हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि उनका एप्स्टीन से “कुछ लेना-देना नहीं” है, घोटाले को “एक धोखा” बताया, और ब्रूस से कहा, “और आपकी घटिया कंपनी उन लोगों में से एक है जो इसे बढ़ावा देते हैं.” इसके बाद राष्ट्रपति ने अमेरिका के प्रसारण नियामक संस्था के प्रमुख से कहा कि वह एबीसी का लाइसेंस रद्द करने की संभावना “देखें,” और फिर ब्रूस की ओर इशारा करके कहा, “आपसे अब कोई और सवाल नहीं.”

मंगलवार को कांग्रेस ने भारी बहुमत से वोट देकर उन फाइलों को सार्वजनिक करने का आदेश दिया, जो यौन अपराधी एप्स्टीन से जुड़ी थीं. एप्स्टीन 2019 में मुकदमे की प्रतीक्षा करते समय आत्महत्या कर चुका था. उससे जुड़े मामले की रिपोर्ट को एपस्टीन फाइल कहा जाता है. इनमें कई हाई प्रोफाइल लोगों का नाम आया है. इसे जारी करने के लिए अमेरिकी राजनीति में बवंडर मचा हुआ है. इसमें ब्रिटिश रॉयल फैमिली के एंड्रयू-माउंटबेटन विंडसर और बुब्बा का नाम जुड़ रहा है. हालांकि एफबीआई के दस्तावेजों में डोनाल्ड ट्रंप का नाम नहीं है. जबकि हाल ही में डेमोक्रेट्स की ओर से एक ई-मेल जारी किया गया, जिसमें एपस्टीन ट्रंप का नाम ले रहा है.  

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