पुतिन की 22 डिब्बों वाली ‘घोस्ट ट्रेन’ का रहस्य जानकर रह जाएंगे दंग! चलती-फिरती शाही कोठी से कम नहीं
Russian President Vladimir Putin Secret Ghost Train: पुतिन के रहस्यमयी ‘घोस्ट ट्रेन’ का सीक्रेट जानकर रह जाएंगे दंग! 22 डिब्बों वाली बख्तरबंद लक्जरी ट्रेन, जिसमें जिम, स्पा, हम्माम, मेडिकल बे और हाई-टेक सुरक्षा सिस्टम शामिल हैं. लीक दस्तावेज बताते हैं कि यह चलती-फिरती शाही कोठी कैसे पुतिन की सबसे गोपनीय और सुरक्षित यात्रा का साधन बनी.
Russian President Vladimir Putin Secret Ghost Train: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन दुनिया के सबसे सुरक्षित और सबसे छिपे हुए नेताओं में माने जाते हैं. उन्हें कैसे सफर करना पसंद है, यह खुद में एक कहानी है. कोई प्लेन, कोई हेलीकॉप्टर. इन सबसे बचते हुए पुतिन जिस चीज पर भरोसा करते हैं, वह है उनका मशहूर ‘घोस्ट ट्रेन’. यह 22 डिब्बों वाली बख्तरबंद ट्रेन ऐसी है जो दिखे भी तो रहस्य जैसी और चले भी तो बिना किसी को भनक लगे. 2023 में आए लीक दस्तावेजों ने पहली बार इसकी अंदरूनी दुनिया दुनिया वालों के सामने खोल दी थी जिसमें लक्जरी भी है, सुरक्षा भी और पुतिन की निजी पसंद और डर भी.
यह ट्रेन रूस की विशाल रेलवे लाइनों पर ऐसे चलती है जैसे कोई अदृश्य साया. यह न किसी ऐप में दिखती है, न किसी टाइमटेबल में दर्ज होती है. इसकी रफ्तार भी ऐसी कि कोई उसकी लोकेशन का अंदाजा न लगा सके. पुतिन का हवाई सफर से डर अब कोई नई बात नहीं. सैटेलाइट निगरानी और मिसाइल हमलों के दौर में उन्हें आसमान सबसे ज्यादा असुरक्षित लगता है. रूस की सुरक्षा एजेंसी FSO से दलबदल कर चुके ग्लेब कराकुलोव ने 2022 में कहा था कि प्लेन जैसे ही उड़ता है, वह तुरंत रडार में आ जाता है. ट्रेन मूवमेंट छुपाती है.
Putin Ghost Train in Hindi: रहस्य की शुरुआत कहां से हुई
इस ट्रेन का नाम घोस्ट ट्रेन रूसी ट्रेनस्पॉटर्स ने दिया था, जब उन्होंने साइबेरिया के इलाके में चलती इस रहस्यमय ट्रेन के सफेद एंटीना डोम देखे. यह ट्रेन आम लोगों से पूरी तरह छिपाई जाती है. इसे दो TEP70BS इंजन खींचते हैं और इसका रूट केवल चुनिंदा क्रेमलिन अधिकारियों को ही पता होता है. क्रेमलिन की ओर से कभी-कभार सिर्फ बोर्डरूम वाले डिब्बे की तस्वीरें सामने आती थीं, पर असली राज 2023 में खुला. Zircon Service, जो राष्ट्रपति के लिए खास डिब्बे बनाती है, उसके ही एक कर्मचारी ने ब्लूप्रिंट, ब्रोशर और मेमो द डॉसियर सेंटर (जिसे मिखाइल खोदोरकोव्स्की समर्थन देते हैं) को लीक कर दिए. ये दस्तावेज सीएनएन तक पहुंचे और पता चला कि बाकी डिब्बे किसी चलती-फिरती शाही कोठी से कम नहीं. एक ऐसी ट्रेन जो सफर के दौरान ही जिम, स्पा, हम्माम और मेडिकल सुविधा जैसी चीजें मुहैया कराती है.
Russian President Vladimir Putin Secret Ghost Train: ट्रेन के अंदर लक्जरी दुनिया है
इस ट्रेन पर करीब 74 मिलियन डॉलर खर्च किए गए और हर साल लगभग 15.8 मिलियन डॉलर इसके रखरखाव में लगते हैं. इसका सबसे खास हिस्सा है स्पोर्ट्स-हेल्थ वैगन (021-78630), जिसे 2018 में तैयार किया गया था. इसमें हाई-क्वालिटी जिम मशीनें (पहले टेक्नोजिम, बाद में अमेरिकी Hoist HD-3800 और HD-3200), बड़े शीशे, ट्रेडमिल, फ्री वेट और बेंच. ये सब बख्तरबंद फ्लोर पर कसे होते हैं जो RPG हमले तक झेल सकते हैं. जिम के साथ ही एक पूरा स्पा बनाया गया है, जिसमें शामिल है तुर्की हम्माम, गर्म संगमरमर प्लेटफॉर्म, तेज शावर, आरामदायक रोशनी, बुलेटप्रूफ शीशे और वॉल्ट जैसे मजबूत दरवाजे.
हाई-टेक ब्यूटी रूम
जिम के पीछे छिपा एक कॉस्मेटोलॉजी रूम है, जिसमें शामिल है प्रोफेशनल मसाज टेबल, एंटी-एजिंग मशीन, RF स्किन-टाइटनिंग मशीन, LED थेरेपी, क्रायो थेरेपी और हाई-एंड स्किन केयर प्रोडक्ट. एक Zircon दस्तावेज में लिखा गया कि यह स्पोर्ट्स कार न सिर्फ आराम देती है बल्कि जरूरत पड़े तो जान भी बचा सकती है. इसमें मेडिकल बे, डिफिब्रिलेटर, और IV स्टेशन भी मौजूद हैं. इस ट्रेन को अंदर से इतना सुरक्षित बनाया गया है कि यह किसी युद्धकालीन कमांड सेंटर जैसी लगती है. पूरी तरह साउंडप्रूफ, एयर रिसाइक्लिंग सिस्टम, न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल हमले से बचाने वाला फिल्टर और एन्क्रिप्टेड वीडियो कम्युनिकेशन सिस्टम. इस ट्रेन को किसी भी वक्त रूट बदलने की क्षमता से भी लैस किया गया है. इसके साथ कई बार डिकॉय ट्रेनें भी चलाई जाती हैं, ताकि कोई इसे ट्रैक न कर सके. क्रेमलिन ने 2023 की लीक को फर्जी बताया था लेकिन दस्तावेजों पर मौजूद आधिकारिक मुहरें कुछ और ही कहानी कहती हैं.
सुरक्षा बढ़ी क्यों?
2018 के सैलिसबरी जहरकांड और फिर 2022 में यूक्रेन युद्ध के बाद पुतिन की सुरक्षा और भी कड़ी हो गई. डिफेक्टर्स के मुताबिक पुतिन के कई बॉडी डबल हैं. FSO टीम हर जगह जहर, विकिरण और बग्स की जांच करती है और उनकी यात्रा योजनाओं को पूरी तरह गोपनीय रखा जाता है. ट्रेन भले धीमी हो, पर पुतिन के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प यही है. कई आलोचकों के लिए यह ट्रेन रूसी शासन की पहचान है बाहर से चमकदार, लेकिन अंदर से भ्रष्ट. रूस में जहां पेंशनर महंगाई और युद्ध का बोझ झेल रहे हैं, वहीं राष्ट्रपति का यह रेल-महल कई लोगों को बेवजह की अय्याशी लगता है. मिखाइल खोदोरकोव्स्की का कहना है कि यह ट्रेन रूसी शासन की छोटी तस्वीर है ऊपर से खूबसूरत, भीतर से सड़ी हुई. 2023 की अतिरिक्त अपग्रेड लागत जोड़ें तो इसका कुल खर्च 75-80 मिलियन डॉलर तक पहुंचता है. यह ट्रेन सुरक्षा, आराम और गोपनीयता का वह मेल है जो पुतिन की सत्ता और राजदारी का चलती-फिरती प्रतीक बन चुका है.
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