पीकी ब्लाइंडर्स लुक में घूम रहे 4 युवक गिरफ्तार! मंत्रालय ने कहा- ‘विदेशी फैशन हराम’, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
Peaky Blinders Style Four Men Arrested: अफगानिस्तान में चार युवकों को 'पीकी ब्लाइंडर्स' स्टाइल में कपड़े पहनने पर तालिबान ने रोक लिया. विदेशी फैशन को अफगान मूल्यों के खिलाफ बताकर समझाया और चेतावनी दी. सोशल मीडिया पर जिब्राइल शेल्बीज नाम से वायरल हुए इन युवकों की फैशन पसंद ने तालिबान की सांस्कृतिक पाबंदियों पर फिर बहस छेड़ दी.
Peaky Blinders Style Four Men Arrested: सोचिए, चार दोस्त हैं. टीवी सीरीज देखते हैं, पसंद आती है, और कहते हैं कि चलो इसका पहनावा ट्राई करते हैं. दुनिया में यह बात सामान्य लगती है, लेकिन तालिबान के अफगानिस्तान में नहीं. हेरात की सड़कों पर ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ की तरह कपड़े पहनकर घूम रहे चार युवकों को तालिबान ने रोक लिया. क्यों? क्योंकि तालिबान को लगा कि यह विदेशी संस्कृति फैलाने की कोशिश है. अब पूरी कहानी समझिए क्या है.
तालिबान को क्यों चुभ गया ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ वाला लुक
सीबीएस न्यूज के मुताबिक, हेरात के जिब्राइल टाउनशिप के चार युवा असगर हुसैनाई, जलील याकूबी, अशोर अकबरी और दाऊद रासा अक्सर ट्रेंच कोट, फ्लैट कैप और सूट पहनकर घूमते दिखे. उनका यह स्टाइल देख लोग उन्हें मजाक में जिब्राइल शेल्बीज कहने लगे. लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो वायरल हुए, तो तालिबान की प्रमोशन ऑफ वर्च्यू एंड प्रिवेंशन ऑफ वाइस वाली मंत्रालय ने तुरंत एक्शन लिया. (Peaky Blinders Style Four Men Arrested in Afghanistan Hindi)
In Afghanistan, even fashion has consequences. This week, four young men from Herat were arrested by the Taliban for the unforgivable crime of dressing like Thomas Shelby from Peaky Blinders. No weapons, no gang warfare. Only flat caps and long coats proving far too threatening… pic.twitter.com/fBT4PK9oOu
— BILAL SARWARY (@bsarwary) December 10, 2025
Peaky Blinders Style Four Men Arrested in Afghanistan: तालिबान का आरोप
मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ-उर-इस्लाम खैबर ने सीबीएस न्यूज से कहा कि इन युवकों को फिल्मी अभिनेताओं की नकल और अफगान संस्कृति के खिलाफ विदेशी पहनावा अपनाने के आरोप में बुलाया गया. खैबर के अनुसार, हमारी अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान है. खासकर कपड़ों में हमारे अपने पारंपरिक तरीके हैं. तालिबान के हिसाब से पश्चिमी कपड़े, आधुनिक फैशन और मीडिया से कॉपी किया गया स्टाइल अफगान समाज के लिए सही नहीं है.
हिरासत की खबरें आईं, लेकिन मंत्रालय का दावा कि सिर्फ बुलाकर समझाया गया
कई रिपोर्टों में कहा गया कि इन चार युवकों को पुनर्वास कार्यक्रम में डाल दिया गया. लेकिन खैबर का कहना है कि युवकों को सिर्फ बुलाया गया, समझाया गया, चेतावनी दी गई और फिर रिहा कर दिया गया. उनका कहना था कि यह पहनावा अफगान पहचान से बिल्कुल नहीं मिलता” और एक ब्रिटिश शो की नकल है. खैबर ने कहा कि हम मुसलमान हैं. अगर किसी की नकल करनी है तो अपने धार्मिक लोगों की करनी चाहिए, किसी विदेशी अभिनेता की नहीं. तालिबान की समझाने के बाद एक युवक ने कहा कि मुझे सलाह दी गई. अब से मैं ऐसी गुनाह वाली हरकत नहीं करूंगा और मैंने छोड़ दिया है.
पहले क्या कहते थे ये चारों दोस्त?
हिरासत से पहले एक स्थानीय यूट्यूब चैनल पर इन चारों का इंटरव्यू आया था. उसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ का पहनावा अच्छा लगता है और वे कुछ नया ट्राई करना चाहते थे. एक युवक ने कहा कि शुरू में थोड़ी शर्म लगी, लेकिन जब बाहर गए तो लोग फोटो मांगने लगे. सब कहते थे कि स्टाइल अच्छा है. उन्होंने यह भी कहा था कि आगे चलकर वे अफगानिस्तान की अलग-अलग जातियों के पारंपरिक कपड़े भी दिखाना चाहते हैं.
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