आसिफ ने इस्लामाबाद में आत्मघाती बम हमले के लिए तालिबान पर फोड़ा ठिकरा, कहा- ‘हम युद्ध की स्थिति में हैं’

Khawaja Asif: इस्लामाबाद में जिला अदालत के बाहर फिदायीन धमाका से 12 लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तान ने तालिबान पर आरोप लगाया. रक्षा मंत्री ने कहा कि देश युद्ध की स्थिति में है. वहीं शहबाज शरीफ ने भारत-प्रायोजित आतंकवाद का आरोप लगाया.

By Govind Jee | November 11, 2025 8:03 PM

Khawaja Asif: इस्लामाबाद की जिला अदालत (कचहरी) के बाहर मंगलवार दोपहर एक फिदायीन हमला हुआ. धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद पाकिस्तान की सरकार और सेना अलर्ट पर आ गई. देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह हमला सिर्फ एक वारदात नहीं, बल्कि पूरे पाकिस्तान के लिए “जागने का संकेत” है. धमाके के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने उर्दू में बयान जारी किया. उनका कहना था कि पाकिस्तान अब युद्ध की स्थिति में है.

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं. अगर कोई सोचता है कि पाकिस्तान आर्मी सिर्फ अफगान बॉर्डर या बलूचिस्तान के दूर इलाकों में लड़ रही है, तो आज इस्लामाबाद जिला अदालत में हुआ हमला सबक है. यह युद्ध पूरे पाकिस्तान का है. सेना रोज बलिदान दे रही है ताकि जनता सुरक्षित रहे.

हमला कैसे हुआ?  

पाकिस्तान के गृह मंत्री मोसिन नकवी ने बताया कि धमाका 12:39 बजे इस्लामाबाद के G-11 इलाके में जिला एवं सत्र न्यायालय के बाहर हुआ. हमलावर करीब 12 मिनट तक अदालत के गेट पर खड़ा रहा. वह अंदर घुसने की कोशिश कर रहा था. अंदर प्रवेश न मिलने पर उसने खुद को उड़ा लिया. पहले नकवी ने कहा कि धमाके में 17 लोग घायल हुए, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बाद में बताया कि 36 घायल लाए गए हैं. नकवी के मुताबिक, “यह सिर्फ एक और धमाका नहीं है, इसके जरिए कई संदेश दिए गए हैं.”

Khawaja Asif: तालिबान पर सीधा आरोप 

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह हमला अफगानिस्तान की तालिबान सरकार की तरफ से आया स्पष्ट संदेश है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि तालिबान से शांति की उम्मीद रखना बेकार है. काबुल के शासक पाकिस्तान में आतंकवाद रोक सकते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे. पाकिस्तान के पास जवाब देने की पूरी ताकत है. यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब कतर और तुर्की, पाकिस्तान और तालिबान के बीच शांति समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं.

पिछले महीने दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर 2021 के बाद सबसे बड़ा संघर्ष हुआ था. कई दौर की बातचीत दोहा और इस्तांबुल में हुई, लेकिन अभी तक कोई समझौता नहीं हो पाया. एक अलग बयान में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस धमाके को दक्षिण वजीरिस्तान में सेना के कैडेट कॉलेज पर हुए दूसरे हमले से जोड़ा. जीयो न्यूज के अनुसार, शहबाज ने कहा कि ये हमले भारत द्वारा प्रायोजित आतंकवादी नेटवर्क की साजिश हैं. इसका मकसद पाकिस्तान को अस्थिर करना है.

पाकिस्तान का दावा 

पाकिस्तान लंबे समय से दावा करता आया है कि TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) और BLA (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी) को अफगानिस्तान और भारत से समर्थन मिलता है. शहबाज ने कहा कि दोनों हमलों के पीछे एक ही नेटवर्क है. प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा कि हम तब तक लड़ाई जारी रखेंगे, जब तक TTP और BLA के आखिरी आतंकवादी का खात्मा नहीं हो जाता.

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