रावलपिंडी में धारा 144 लागू, इमरान खान की जेल के बाहर भी लगा कर्फ्यू, क्या बहनों से हो पाएगी मुलाकात?

Pakistan Rawalpindi Curfew Imran Khan: पाकिस्ताान में बवाल की आशंका है. इमरान खान की मौत की अफवाह के बीच मंगलवार, 2 दिसंबर को उनकी अपनी बहनों और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात होने वाली है, इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 लगा दी है. जहां पिंडी में यह 3 दिसंबर तक लागू रहेगा, वहीं इस्लामाबाद में यह दो महीने तक चलेगा.

By Anant Narayan Shukla | December 2, 2025 11:25 AM

Pakistan Rawalpindi Curfew Imran Khan: पाकिस्तान में इन दिनों दो शख्सियत सबसे ज्यादा चर्चा में हैं. पहला पाक आर्मी के चीफ आसिम मुनीर और दूसरा इमरान खान. मुनीर एक तरह से देश में सर्वोच्च सत्ता का केंद्र बनने की ओर अग्रसर हैं, तो इमरान खान के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं. आसिम मुनीर को 27वें संविधान संशोधन के बाद आजीवन तीनों सेनाओं का चीफ बना दिया जाएगा, उन्हें सभी तरह के केसों से मुक्ति मिल जाएगी यानी उन पर कोई केस नहीं चल सकेगा. वहीं  इमरान खान पिछले दो साल से अडियाला जेल में हैं, लेकिन अब उनकी हत्या तक की खबर उड़ने लगी है. पिछले लगभग चार हफ्तों से उनसे किसी को भी मिलने नहीं दिया गया है. वहीं उनके परिवार, पार्टी और पसंद करने वालों पर जोर जबरदस्ती कर भगाने की भी सूचनाएं आईं. हालांकि जब दबाव बढ़ा तो, पाकिस्तान अथॉरिटी ने मंगलवार, 2 दिसंबर को मिलने की अनुमति दी. लेकिन उससे पहले रावलपिंडी और इस्लामाबाद में धारा 144 लगा दी गई है. इसके बाद इलाके में कर्फ्यू जैसे हालात हैं, लेकिन मुलाकात से पहले ही ऐसा क्यों हो रहा है?

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद जिला मजिस्ट्रेट ने राजधानी क्षेत्र में दो महीने के लिए धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया है, जबकि रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर ने भी 3 दिसंबर तक यही प्रतिबंध लगाने का फैसला किया. धारा 144 के तहत किसी इलाके में चार या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाई जा सकती है. इस्लामाबाद की अधिसूचना के अनुसार कुछ समूह अवैध सभाएं करने की योजना बना रहे थे, इसलिए पांच या अधिक लोगों की भीड़, जुलूस, रैली और प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है. यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होकर 18 जनवरी 2026 तक जारी रहेगा. धारा 144 को आमतौर पर कर्फ्यू लगाने जैसा कदम माना जाता है क्योंकि यह चार या उससे ज्यादा लोगों की किसी भी तरह की सभा को प्रतिबंधित कर देता है. यानी अब रावलपिंडी में 3 तारीख तक सार्वजनिक सभा और हथियारों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 

पीटीआई समर्थकों को रोकने के लिए पाक सरकार तैयार

माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ सरकार PTI समर्थकों को इमरान खान के समर्थन में जुटने से रोकने की कोशिश कर रही है. प्रशासन का कहना है कि यह कदम कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक शांति बनाए रखने के लिए जरूरी है. रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी प्रशासन ने यह प्रतिबंध जिला इंटेलिजेंस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लगाया है, जिसमें संवेदनशील ठिकानों, मुख्य सड़कों और महत्वपूर्ण ढांचों पर संभावित खतरे की ओर संकेत किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि कुछ समूह बड़े प्रदर्शनों और हिंसक गतिविधियों की तैयारी कर रहे हैं, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है. इसलिए रावलपिंडी में तीन दिनों के लिए सार्वजनिक सभाओं और हथियारों के प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है.

दो साल से जेल में बंद इमरान अब मुलाकात को तरसे

इधर PTI की संसदीय समिति ने घोषणा की है कि पार्टी इस्लामाबाद हाई कोर्ट और अदियाला जेल के बाहर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करेगी क्योंकि इमरान खान से मुलाकात लगातार रोकी जा रही है. 72 वर्षीय इमरान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं और कई मामलों में दोषी ठहराए गए हैं, जिनके बारे में उनका कहना है कि वे राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं. जेल में रहते हुए उन्हें अपने परिवार, वकीलों और यहां तक कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति भी कई बार नहीं दी गई, जबकि अदालत ने मुलाकात की मंजूरी दे रखी है.

प्रभात खबर पॉडकास्ट में रवि शास्त्री 7 दिसंबर को.

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