ओवल ऑफिस में 90 मिनट तक चला शहबाज और ट्रंप का गुलू-गुलू, क्या इस मीटिंग से बदलने वाला है अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ता?

US Pakistan Strategic Partnership: पाकिस्तान के शहबाज और फील्ड मार्शल मुनिर ने ओवल ऑफिस में ट्रंप से 90 मिनट की बैठक की, सुरक्षा, निवेश और रणनीतिक साझेदारी पर अहम फैसले और नई राह तय. शहबाज ने ट्रंप को पाकिस्तान आने का औपचारिक निमंत्रण दिया है और ट्रंप ने इसे स्वीकार भी किया है.

By Govind Jee | September 26, 2025 11:42 AM

US Pakistan Strategic Partnership: पिछले गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनिर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ओवल ऑफिस में लगभग 90 मिनट की लंबी बैठक की. अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस और विदेश सचिव मार्को रुबियो भी इस वार्ता में शामिल रहे. पाकिस्तान की सरकार इस मुलाकात को “बेहद महत्वपूर्ण और सुरक्षा-केंद्रित” बताया गया.

आर्थिक और रणनीतिक सहयोग की भी चर्चा

नेटवर्क एटीन कि एक रिपोर्ट के अनुसार, बैठक केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं रही. इसमें अर्थव्यवस्था, निवेश, काउंटर टेररिज्म और रणनीतिक साझेदारी पर भी विस्तार से चर्चा हुई. अमेरिका ने पाकिस्तान की रेयर अर्थ मिनरल्स, क्रिप्टो माइनिंग की संभावनाओं और तेल अन्वेषण में विशेष दिलचस्पी दिखाई. दोनों देशों ने मिलकर सुरक्षा और आर्थिक सहयोग का व्यापक ढांचा बनाने पर सहमति जताई.

बैठक की शुरुआत थोड़ी अनोखी रही. पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल समय पर पहुंचा, लेकिन ट्रंप को थोड़ी देर बाद शामिल होना पड़ा. इसके बावजूद माहौल सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक बना रहा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “वाशिंगटन और इस्लामाबाद के रिश्ते धीरे-धीरे गर्म हो रहे हैं.”

US Pakistan Strategic Partnership: व्यापक समझौते की तैयारी

नेटवर्क एटीन के ही अनुसार, बताया गया है कि जल्द ही एक व्यापक समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. इसमें सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी, काउंटर टेररिज्म अलायंस, रियल एस्टेट मिनरल्स और तेल निवेश शामिल होंगे. इसे पिछले कई सालों में अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों को विस्तार देने का सबसे महत्वाकांक्षी प्रयास माना जा रहा है. बैठक में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से बढ़ते आतंकवाद, बलोचिस्तान में अशांति, और कश्मीर की स्थिति जैसी चिंताओं को उठाया. ट्रंप ने पाकिस्तान को आश्वस्त किया कि अमेरिका पूरा सहयोग करेगा.

जॉइंट काउंटर-टेररिज्म कमांड

एक और महत्वपूर्ण फैसला था “जॉइंट काउंटर-टेररिज्म कमांड” की स्थापना. इसका उद्देश्य अमेरिका-पाकिस्तान के बीच काउंटरटेररिज्म सहयोग को औपचारिक रूप देना है. बातचीत में अफगानिस्तान में तालिबान, चीन का बढ़ता प्रभाव और बाग्राम एयरबेस से जुड़े रणनीतिक सवाल भी उठाए गए.

सैन्य मोर्चे पर, फील्ड मार्शल मुनिर ने अमेरिका-पाकिस्तान सैन्य प्रशिक्षण और एक्सचेंज प्रोग्राम्स की बहाली का अनुरोध किया, जो बाइडेन प्रशासन के दौरान कम किए गए थे. ट्रंप ने इसे सकारात्मक संकेत माना और बहाली पर विचार किया. इसके अलावा, कोएलिशन सपोर्ट फंड को भी बहाल करने की संभावनाओं पर चर्चा हुई, हालांकि शर्तों के साथ.

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पाकिस्तान का निमंत्रण और आगे की राह

प्रधानमंत्री शहबाज ने ट्रंप को पाकिस्तान आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया. नेटवर्क एटीन के अनुसार, ट्रंप ने इसे स्वीकार किया, जबकि रुबियो अक्टूबर या नवंबर में पाकिस्तान आने की योजना बना रहे हैं. इसके अलावा, ट्रंप ने पाकिस्तान-सऊदी आपसी रक्षा समझौते का स्वागत किया और इस्लामाबाद से मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने में सक्रिय भूमिका जारी रखने की अपील की.

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