आखिर उत्तर कोरिया चाहता क्या है? विमान रोधी मिसाइल के साथ किया क्रूज मिसाइलों का परीक्षण

उत्तर कोरिया के परीक्षण की तस्वीरें सामने आईं है जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि कम ऊंचाई पर उड़ने वाली क्रूज मिसाइल कितना घातक हो सकतीं हैं. जानें उत्तर कोरिया की ओर से क्या कहा गया है.

By Agency | February 3, 2024 9:47 AM

आखिर उत्तर कोरिया के मन में क्या चल रहा है? दरअसल, यह सवाल लोगों के बीच चर्चा का विषय इसलिए बना हुआ है क्योंकि उत्तर कोरिया ने कहा है, उसने नए प्रकार की विमान रोधी मिसाइल के साथ ही ऐसी क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया है जो नए ‘‘बड़े’’ हथियारों से लैस है. उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया में शनिवार को यह रिपोर्ट तब आयी है जब एक दिन पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उसने उत्तर कोरिया द्वारा पश्चिमी तट पर समुद्र में कई क्रूज मिसाइलों के परीक्षण का पता लगाया है. यह 2024 में इस तरह के हथियारों का देश का चौथे चरण का परीक्षण है.

उत्तर कोरिया के परीक्षण की तस्वीरों से पता चलता है कि कम ऊंचाई पर उड़ने वाली क्रूज मिसाइल ने समुद्र तट पर बने एक लक्ष्य को भेदा और एक अन्य मिसाइल को जमीन से छोड़े जाने के बाद हवा में उड़ते हुए देखा गया. क्रूज मिसाइलों के बड़े हथियारों से लैस होने की घोषणा करते हुए उत्तर कोरिया इस बात पर जोर देने का प्रयास कर सकता है कि ये मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस हैं.

रूस के साथ बढ़ते सैन्य सहयोग से लाभ मिल सकता है उत्तर कोरिया को

उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने यह नहीं बताया कि कितनी मिसाइलों का परीक्षण किया गया और न ही उनके प्रदर्शन का विवरण दिया. एजेंसी ने बताया कि ये परीक्षण सैन्य विकास के लिए ‘‘सामान्य गतिविधियां’’ हैं और इससे पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है. विश्लेषकों का कहना है कि विमान रोधी मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में उत्तर कोरिया को रूस के साथ बढ़ते सैन्य सहयोग से लाभ मिल सकता है.

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एक नयी क्रूज मिसाइल का परीक्षण

उत्तर कोरिया ने जनवरी में पनडुब्बी से छोड़े जाने वाली एक नयी क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था जिसे उसके नेता किम जोंग उन ने परमाणु सशस्त्र नौसेना बनाने के उनके लक्ष्यों की ओर एक सार्थक कदम बताया था. किम ने हाल के महीनों में अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान से बढ़ते खतरे का दावा करते हुए परमाणु सशस्त्र नौसेना बनाने के प्रयासों पर जोर दिया है.

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