प्रशांत क्षेत्र का मसला हो या आतंकी खतरों का, भारत और फ्रांस मिलकर करेंगे मुकाबला : इम्मेनुअल बोन

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के राजनयिक सलाहकार इम्मेनुअल बोन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को दो साल के लिए अस्थाई सदस्यता मिली है. यह दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों देश चाहे भारत-प्रशांत क्षेत्र का मसला हो या आतंकी खतरों का, इनका मिलकर मुकाबला करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2021 9:47 PM

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के राजनयिक सलाहकार इम्मेनुअल बोन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को दो साल के लिए अस्थाई सदस्यता मिली है. यह दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों देश चाहे भारत-प्रशांत क्षेत्र का मसला हो या आतंकी खतरों का, इनका मिलकर मुकाबला करेंगे.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के शीर्ष सलाहकार इमैनुएल बोन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मुलाकात आज नयी दिल्ली में हुई. बैठक भारत और फ्रांस के वार्षिक रणनीतिक वार्ता के तहत हुई. इस बैठक में माना जा रहा था कि महाराष्ट्र में बनाये जाने वाले 10 हजार मेगावॉट के न्यूक्लियर पावर प्लांट और पी-75I प्रोजेक्ट के तहत भारतीय नौसेना को मिलने वालीं छह डीजल इलेक्ट्रोनिक पनडुब्बियों पर चर्चा किये जाने की संभावना जतायी गयी थी.

मालूम हो कि, फ्रांस यूरोप में भारत का सबसे विश्वसनीय भागीदारों में से एक रहा है, लेकिन दोनों देशों के बीच हुई 36 राफेल विमानों की डील के बाद से पिछले कुछ वर्षों में रिश्तों में और नजदीकी आयी है. पिछले साल राफेल विमानों के भारतीय वायुसेना में शामिल किए जाने के समय फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली ने भारत का दौरा किया था.

इस दौरान, उन्होंने और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भविष्य में भी दोनों देशों की सरकारों के बीच और डिफेंस डील किए जाने पर सहमति जतायी थी. गौरतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच पिछली सामरिक वार्ता पेरिस में फरवरी 2020 में हुई थी.

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