मुनीर की वजह से बढ़ रहा आतंकवाद, पश्चिमी ताकतों के लिए हो रहा सारा खेल; इमरान खान ने खोला राज
Imran Khan hit out at Pakistan Army Chief Asim Munir: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बहनों से मुलाकात के बाद पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मुनीर की नीतियों की वजह से पाकिस्तान में आतंकवाद बढ़ रहा है. यह केवल पश्चिमी ताकतों को खुश करने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मुनीर अफगानिस्तान के साथ जानबूझकर युद्ध बढ़ा रहे हैं.
Imran Khan hit out at Pakistan Army Chief Asim Munir: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान ने जेल से ही सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि मुनीर की नीतियां पाकिस्तान को विनाश की ओर ले जा रही हैं और वह अफगानिस्तान के साथ जानबूझकर तनाव बढ़ा रहे हैं. 73 वर्षीय पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि असीम मुनीर की नीतियों के कारण पाकिस्तान में आतंकवाद तेजी से बढ़ रहा है. इमरान खान पिछले दो साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. उनकी यह टिप्पणी उनकी बहन से मुलाकात के बाद आई है.
इमरान ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि यह स्थिति उन्हें गहरी पीड़ा दे रही है. उनके मुताबिक, मुनीर को पाकिस्तान के राष्ट्रीय हितों की चिंता नहीं है और वह पश्चिमी ताकतों को खुश करने के लिए कदम उठा रहे हैं. इमरान ने यह भी आरोप लगाया कि सेना प्रमुख ने अफगानिस्तान के साथ जानबूझकर तनाव बढ़ाया, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें एक मुजाहिद (इस्लामी लड़ाके) की तरह प्रस्तुत किया जा सके. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपने ही लोगों के खिलाफ ड्रोन हमलों और सैन्य अभियानों के सख्त विरोधी हैं. उनके अनुसार, ऐसे कदम आतंकवाद को खत्म करने के बजाय और बढ़ा देंगे. खान ने आरोप लगाया कि मुनीर ने पहले अफगानों को धमकाया, फिर पाकिस्तान से शरणार्थियों को निकाला और ड्रोन हमले कराए, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवाद बढ़ रहा है.
जेल में कठोर परिस्थितियों का आरोप
इमरान खान ने कहा कि उन्हें फर्जी मामलों में बंद किया गया है और कड़ी मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है. उनके मुताबिक, वह पिछले चार हफ्तों से जेल की एकांत कोठरी में पूरी तरह अलग-थलग रखे गए हैं और किसी से संपर्क की अनुमति नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें जेल नियमावली के तहत मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित किया गया है. इसके अलावा, उच्च न्यायालय के आदेशों की अनदेखी करते हुए उनके राजनीतिक सहयोगियों, वकीलों और परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. इमरान ने कहा कि किसी भी मानवाधिकार चार्टर के अनुसार मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न को यातना माना जाता है और कई मामलों में यह शारीरिक यातना से भी अधिक गंभीर होता है.
सोहेल अफरीदी की तारीफ, परिवार की चिंताएँ
इमरान ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि उनकी बहन नोरीन नियाजी को उनसे मिलने के हक की मांग करने पर सड़क पर घसीटा गया. लगभग एक महीने के बाद उनकी एक बहन को जेल में मुलाकात करने को मिली. अपनी पोस्ट में इमरान खान ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने दमन के माहौल में भी समझौते के बजाय प्रतिरोध का रास्ता चुना. इमरान से मिलने पर एक महीना से अधिक समय से अघोषित प्रतिबंध था.
अगस्त 2023 से इमरान खान कई मामलों में जेल में बंद हैं, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर अटकलें बढ़ गई थीं. उनकी बहन उज्मा खान ने मंगलवार को अदियाला जेल में उनसे मुलाकात के बाद बताया कि इमरान का स्वास्थ्य ‘पूरी तरह ठीक है, लेकिन उन्हें अलग-थलग रखकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है.
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