France : नीस के चर्च में हुए हत्याकांड से उबले स्थानीय लोग, कैंडल मार्च निकालकर ऐसे जताया विरोध

फ्रांस के शहर नीस में तीन लोगों की बेरहमी से की गई हत्‍या के खिलाफ स्‍थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया है. इस घटना के बाद नीस के लोगों ने नॉट्र डैम चर्च के पास रैली निकाली और...

By Prabhat Khabar Print Desk | October 30, 2020 10:03 AM

France : फ्रांस के शहर नीस में तीन लोगों की बेरहमी से की गई हत्‍या के खिलाफ स्‍थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया है. इस घटना के बाद नीस के लोगों ने नॉट्र डैम चर्च के पास रैली निकाली और मृतक लोगों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान लोगों ने आतंकी संगठन आईएसआई (ISIS) के खिलाफ नारे भी लगाए.

फ्रांस में कार्टून विवाद को लेकर गुरुवार को नीस शहर के नोट्रेड्रम चर्च में एक हमलावर ने एक महिला का गला काट दिया और दो अन्य की चाकू मार कर हत्या कर दी. नीस के मेयर ने इस खौफनाक घटना को आतंकवाद बताया है. पुलिस ने हमलावर को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने बताया कि चाकू से हमला करनेवाले व्यक्ति ने धार्मिक नारे लगाते हुए तीन लोगों को मार डाला. हमले में कई अन्य घायल हो गये हैं. कार्टून विवाद के बाद फ्रांस में बीते दो महीनों में यह इस तरह की तीसरी घटना है.

इससे पहले एक टीचर का गला काट दिया गया था. यह घटना ऐसे समय हुई है, जब फ्रांस में आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों से रिवेरा शहर से दूर रहने की अपील की है. पेरिस में मंत्रालय में एक इमरजेंसी मीटिंग बुलायी गयी. फ्रांसीसी एंटी टेररिज्म प्राॅसीक्यूटर को घटना की जांच का जिम्मा सौंपा गया है. इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्च में हुए हमले सहित हाल के दिनों में वहां हुई आतंकवादी घटनाओं की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है.

फ्रांसीसी कॉन्सुलेट के बाहर गार्ड को मारा चाकू : नीस के एक चर्च में हमले के बाद सऊदी अरब स्थित फ्रांस के कॉन्सुलेट के बाहर एक व्यक्ति ने गार्ड को चाकू मार दिया. हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है. रियाद में फ्रांस के दूतावास ने जानकारी दी है कि गार्ड खतरे से बाहर है, लेकिन राजनयिक परिसर में हमले की निंदा की है. फ्रांस के राजनयिकों ने सऊदी से हमले पर रोशनी डालने को कहा है और वहां रह रहे फ्रांस के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

पत्रिका ‘शार्ली एब्दो’ के एक कार्टून से शुरू हुआ विवाद : करीब पांच साल पहले मैगजीन शार्ली एब्दो द्वारा पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने पर आतंकी संगठन अल कायदा ने मैगजीन के तमाम पत्रकारों को मार डाला था. हाल ही में एक टीचर ने बच्चों को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया, जिससे नाराज एक शख्स ने टीचर का गला काट दिया.

मैक्रों ने किया अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन : इस घटना के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने टीचर सैम्युअल पैटी का समर्थन किया और देश में अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित करने की बात कही. मैक्रों ने कहा था कि फ्रांस अपनी धर्मनिरपेक्ष परंपराओं और कानूनों का पालन करता रहेगा, जिनमें अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित है.

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इस्लामिक समुदाय व मुस्लिम देशों के निशाने पर है फ्रांस : मैक्रों इस्लामिक समुदाय और मुस्लिम देशों के निशाने पर हैं. देश के अंदर ही दक्षिणपंथी और कंजर्वेटिव पार्टियों ने अपराध और इमिग्रेशन पर कड़ा रुख अपना रखा है और वह धर्मनिरपेक्षता को लेकर देश में कड़े कानून चाहती हैं. दूसरी ओर तुर्की और ईरान जैसे देशों ने मैक्रों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

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Posted by: Pritish Sahay

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