पूर्व PM नवाज शरीफ को पाक सरकार ने घोषित किया भगोड़ा, प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन से किया संपर्क

इस्लामाबाद : पाकिस्तान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) को ‘‘भगोड़ा'' घोषित कर दिया है और उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश सरकार से संपर्क किया गया है. वह इलाज के लिए फिलहाल लंदन में हैं. जवाबदेही एवं आंतरिक मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा कि मेडिकल आधार पर शरीफ (70) की चार हफ्तों की जमानत की अवधि पिछले साल दिसंबर में समाप्त हो गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2020 10:23 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) को ‘‘भगोड़ा” घोषित कर दिया है और उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश सरकार से संपर्क किया गया है. वह इलाज के लिए फिलहाल लंदन में हैं. जवाबदेही एवं आंतरिक मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा कि मेडिकल आधार पर शरीफ (70) की चार हफ्तों की जमानत की अवधि पिछले साल दिसंबर में समाप्त हो गयी.

अकबर के हवाले से डॉन न्यूज ने शनिवार को बताया, ‘सरकार उन्हें (शरीफ को) एक भगोड़ा मान रही है और उनके प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश सरकार को एक अनुरोध भेजा जा चुका है.’ शरीफ पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे हैं. भ्रष्टाचार के एक मामले में शरीफ को एक जवाबदेही अदालत ने कैद की सजा सुनाई थी.

शरीफ ने पिछले हफ्ते लाहौर की एक अदालत को सूचना दी कि वह देश लौटने में असमर्थ हैं क्योंकि उनके चिकित्सकों ने उन्हें कोरोनावायरस महामारी के चलते वहां नहीं जाने को कहा है. शरीफ ने अपने वकील के जरिए लाहौर उच्च न्यायालय को अपनी मेडिकल रिपोर्ट सौंपी और कहा कि चिकित्सकों ने उन्हें महामारी के चलते बाहर नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि उनके रक्त में प्लेटलेट्स कम हैं, वह मधुमेह, हृदय, किडनी और रक्तचाप से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित हैं.

अकबर ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो से शरीफ के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को कहेगी और वह शहबाज शरीफ की गारंटी की कानूनी वैधता पर भी गौर कर रही है, जो अपने बड़े भाई को उपचार के बाद अपने साथ पाकिस्तान लाने वाले हैं. सोशल मीडिया पर एक नयी तस्वीर साझा किये जाने के बाद उनकी यह टिप्पणी आई है.

तस्वीर में यह दिख रहा है कि शरीफ लंदन की सड़कों पर अपने बेटे हसन नवाज के साथ एक छाता लिये टहल रहे हैं. सलाहकार के हवाले से खबर में कहा गया है, ‘लंदन की सड़कों पर घूमने की उनकी तस्वीरें न्यायपालिका के मुंह पर एक तमाचा है और सरकार इसकी अनुमति नहीं दे सकती. इसमें कुछ भी व्यक्तिगत नहीं है. हम सिर्फ कानून लागू करने और इसकी जरूरतें पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं.’

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शरीफ इलाज के लिए लंदन में हैं. शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में समस्या का पता चलने के बाद वह वहां गये थे. वह पिछले साल नवंबर में ब्रिटेन गये थे. लाहौर उच्च न्यायालय ने इलाज के लिए उन्हें चार हफ्ते के लिये विदेश जाने की इजाजत दी थी. अकबर ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री ने प्रयोगशाला की फर्जी जांच रिपोर्ट सौंपी थी. सलाहकार ने कहा कि पिछले साल 29 अक्टूबर को अदालत ने शरीफ को पाकिस्तान के अंदर इलाज के लिए आठ हफ्तों की जमानत दी थी और 16 नवंबर को इलाज के लिए विदेश यात्रा पर जाने के लिये उन्हें चार हफ्तों की इजाजत दी गयी थी.

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री को अदालत एवं पंजाब सरकार को अपने इलाज की प्रक्रिया का ब्योरा साझा कर इलाज से और जांच रिपोर्टों से अद्यतन रखने की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने बताया कि शरीफ ने 19 फरवरी को अपनी जमानत में विस्तार के लिए पंजाब सरकार को अर्जी दी थी. उन्होंने बताया, ‘एक मेडिकल बोर्ड गठित किया गया, जिसने शरीफ से मेडिकल प्रक्रिया और जांच रिपोर्टों का ब्योरा मांगा था, लेकिन कुछ भी साझा नहीं किया गया.’

उन्होंने बताया कि कानून मंत्रालय और ब्यूरो तथा जेल विभाग को उनकी जमानत की अवधि खत्म होने तथा इसमें विस्तार का अनुरोध खारिज होने से अवगत करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि ब्रिटिश सरकार को भी इस घटनाक्रम से दो मार्च को अवगत करा दिया गया, साथ ही उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध भी किया गया.

अखबार की खबर में कहा गया है कि अकबर ने शरीफ की हालिया तस्वीरों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अपने बेटों द्वारा साझा की गयी तस्वीरों में बिल्कुल स्वस्थ्य नजर आ रहे हैं. हालांकि, उनकी बेटी मरयम नवाज ने कहा था कि उनके पिता अत्यधिक जोखिम ग्रस्त रोगी हैं, इसलिए उनके हृदय का ऑपरेशन कोविड-19 के मद्देनजर टाल दिया गया था.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

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