डोनाल्ड ट्रंप कर रहे तख्तापलट की तैयारी? हाल ही में मिली हार के बाद माफियों से मिल रहे संकेत, पूर्व सहयोगी वकील का दावा
Donald Trump planning coup: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सहयोगी ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के चुनाव परिणाम पलटने की साजिश में शामिल लोगों को माफी दी है. उन्होंने जिन लोगों को माफी दी है, उसका कानूनन कोई महत्व नहीं है, लेकिन यह 2028 के बाद भी सत्ता में बने रहने के उनकी लंबी योजना का हिस्सा है.
Donald Trump planning coup: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर उनके ही पूर्व सहयोगी ने सनसनीखेज दावा किया है. ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस के वकील रहे टाय कॉब ने कहा है कि हाल ही में हुए मेयर और गवर्नर के चुनावों में मिली हार के बाद ट्रंप तख्तापलट की साजिश रच सकते हैं. कॉब का कहना है कि ट्रंप और और उनका MAGA (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) समूह 2028 के बाद भी सत्ता में बने रहने के लिए ऐसा कर सकते हैं. कॉब का कहना है कि उन्होंने जिन लोगों को पार्डन (माफी) दिया है, वे इसी दिशा में संकेत देते हैं. हाल ही में हुए चुनावों में ट्रंप की रिपबल्किन पार्टी को न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, वर्जीनिया समेत अन्य स्थानों में डेमोक्रेट्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा है. इसके बाद ट्रंप का ऐसा करना उनकी दीर्घकालिक योजना हो सकती है.
राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल में व्हाइट हाउस में कानूनी सलाहकार रहे टाय कॉब ट्रंप की लीगल टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा है कि 79 वर्षीय ट्रंप सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश में हैं. कॉब ने हाल ही में MSNBC के पॉडकास्ट The Beat में एरी मेलबर से बातचीत के दौरान कहा कि ट्रंप द्वारा हाल में दी गई माफियाँ उन लोगों के लिए हैं जो 2020 के चुनाव परिणाम पलटने की साजिश में शामिल थे. यह इस बात का संकेत है कि ट्रंप और उनका गुट सत्ता में बने रहने की लंबे समय की योजना पर काम कर रहा है.
कानूनन इन माफियों का कोई मतलब नहीं
कॉब ने कहा कि ट्रंप की ये माफियाँ किसी को कानूनी सुरक्षा देने के लिए नहीं हैं. क्योंकि इन व्यक्तियों पर इस समय कोई संघीय मामला लंबित नहीं है और न ही ट्रंप के कार्यकाल के अंत तक ऐसा कोई मामला दर्ज हो पाएगा. उनके अनुसार, कानूनी दृष्टि से इन माफियों का कोई मतलब नहीं है, लेकिन राजनीतिक रूप से यह इस बात का संकेत हैं कि व्हाइट हाउस और MAGA खेमे को एहसास हो गया है कि उनके पास अब केवल एक साल का ही पूर्ण नियंत्रण बचा है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में रिपब्लिकन पार्टी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स का नियंत्रण खो सकती है और संभव है कि सीनेट भी खतरे में पड़ जाए. कॉब की बातचीत का वीडियो आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं.
किन जगहों में हारे रिपबल्किन?
2025 के चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी को कई राज्यों में हार का सामना करना पड़ा है. वर्जीनिया में डेमोक्रेट एबिगेल स्पैनबर्गर ने गवर्नर पद जीता, न्यू जर्सी में डेमोक्रेट मिक्की शेरिल ने अपना पद बरकरार रखा, और न्यूयॉर्क सिटी में डेमोक्रेट जोह्रान ममदानी ने मेयर का चुनाव जीत लिया. इन नतीजों के बाद रिपब्लिकन पार्टी में अंदरूनी असंतोष और अस्थिरता बढ़ती दिख रही है.
ट्रंप ने किन्हें किया माफ?
इस बीच, ट्रंप ने 20 जनवरी को देशद्रोही साजिश और इससे संबंधित मामलों में दोषी ठहराए गए 14 लोगों की सजा माफ की. उन्होंने 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के सभी दोषियों को पूर्ण और बिना शर्त माफी दे दी. इन माफी पाने वालों में धुर दक्षिणपंथी संगठनों, जैसे- प्राउड बॉयज और ओथ कीपर्स के कई सदस्य शामिल हैं. MSNBC पर बातचीत के दौरान एरी मेलबर ने बताया कि माफी पाने वालों में कुछ बड़े नाम भी हैं. जैसे- रूडी गिउलियानी, पूर्व व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज, और वकील जॉन ईस्टमैन, जिन्होंने 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश की थी. इन माफियों और हालिया राजनीतिक घटनाओं को देखते हुए टाय कॉब का मानना है कि ट्रंप का उद्देश्य सिर्फ पुराने सहयोगियों को राहत देना नहीं, बल्कि 2028 के बाद भी सत्ता में बने रहने की संभावनाओं को मजबूत करना है.
2026 का मिडटर्म चुनाव तय करेगा ट्रंप की ताकत
2026 के मध्यावधि चुनाव अमेरिकी राजनीति के लिए बेहद अहम साबित होने वाले हैं, क्योंकि ये न केवल राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल के अंतिम दो वर्षों में उनकी शक्ति की दिशा तय करेंगे, बल्कि कांग्रेस और राज्य सरकारों के संतुलन को भी प्रभावित करेंगे. 2025 के ऑफ-ईयर चुनावों के बाद शुरू होने वाला प्राइमरी सीजन 2026 की शुरुआत से गर्मियों तक चलेगा, जो 3 नवंबर 2026 को होने वाले मिडटर्म मुख्य चुनावों की पृष्ठभूमि तैयार करेगा. इन चुनावों में हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की सभी 435 सीटों और अमेरिकी सीनेट की 33 सीटों पर मतदान होगा, जिनमें से डेमोक्रेटिक पार्टी को 13 और रिपब्लिकन पार्टी को 20 सीटों का बचाव करना है.
इस दौरान दोनों दलों के कई प्रमुख नेता चुनावी मैदान में होंगे, जैसे- डेमोक्रेट्स की ओर से कोरी बुकर (न्यू जर्सी) और जॉन ओसॉफ (जॉर्जिया), जबकि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से सुसान कॉलिन्स (मेन) और लिंडसे ग्राहम (दक्षिण कैरोलिना) पुनः चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा, पूर्व सीनेट बहुमत नेता मिच मैककोनेल की सीट भी इस चुनाव में दांव पर होगी, क्योंकि उनके सेवानिवृत्त होने की संभावना है.
कई राज्यों में होंगे गवर्नर पद के चुनाव
संसदीय चुनावों के साथ-साथ राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर 39 गवर्नर पदों के लिए भी चुनाव होंगे, जिनमें से 36 राज्य गवर्नर चुनाव होंगे. इन चुनावों में अमेरिका के चार सबसे बड़े राज्य, कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क और टेक्सास शामिल हैं. राष्ट्रीय स्तर पर इन 39 गवर्नर पदों में से 21 सीटें डेमोक्रेट्स और 18 सीटें रिपब्लिकन पार्टी के पास हैं और इनमें से 16 का टर्म समाप्त हो रहा है. ऐसे में आने वाले महीनों में तेज राजनीतिक गतिविधियाँ और पक्षपात देखने को मिल सकते हैं. लेकिन इतना तय है कि 2026 के मध्यावधि चुनाव यह निर्धारित करेंगे कि ट्रंप प्रशासन अपनी नीतियों को कितनी मजबूती से आगे बढ़ा पाएगा और आने वाले वर्षों में अमेरिकी राजनीति की दिशा क्या होगी.
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