अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देंगे चीन को ‘‘कड़ा संदेश”, कह दी ये बात

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान चीन को ‘‘कड़ा संदेश'' देने की योजना है. ट्रंप कोरोना वायरस वैश्विक महामारी, अमेरिका एवं चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों और उत्तर कोरिया एवं ईरान के खतरों की समस्या से ऐसे समय में घिरे हुए हैं, जब अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं.

By Agency | September 22, 2020 1:20 PM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान चीन को ‘‘कड़ा संदेश” देने की योजना है. ट्रंप कोरोना वायरस वैश्विक महामारी, अमेरिका एवं चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों और उत्तर कोरिया एवं ईरान के खतरों की समस्या से ऐसे समय में घिरे हुए हैं, जब अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं.

ट्रंप ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि उनके पास चीन के लिए ‘‘कड़ा संदेश” है. चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. हालांकि ट्रंप ने अपने संबोधन के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी. अपने प्रशासन की शुरुआत में ट्रंप ने फ्लोरिडा क्लब में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी की थी, लेकिन अब व्यापार को लेकर दोनों नेताओं के बीच वाकयुद्ध चल रहा है.

ट्रंप प्रशासन कोविड-19 को रोकने में नाकाम रहने, चुनाव में हस्तक्षेप करने और अमेरिका में जासूसी करने जैसे मामलों को लेकर ‘चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी’ की निंदा करता रहा है. इससे पहले ट्रंप ने ईरान के खिलाफ सभी संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध पुन: लागू किए जाने की घोषणा की. हालांकि इस कदम को दुनिया के अन्य अधिकतर देशों ने अवैध बताकर खारिज किया है.

व्हाइट ने संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप के भाषण के बारे में जानकारी नहीं दी है, लेकिन इस भाषण में ट्रंप द्वारा इजराइल, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के बीच कराए गए समझौतों को रेखांकित किए जाने की संभावना हैं. ट्रंप अपने भाषण में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का भी जिक्र कर सकते हैं.

व्यापक सुधारों के अभाव में संयुक्त राष्ट्र पर ‘‘भरोसे की कमी का संकट” मंडरा रहा : इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि व्यापक सुधारों के अभाव में संयुक्त राष्ट्र पर ‘‘भरोसे की कमी का संकट” मंडरा रहा है. उन्होंने बहुपक्षीय व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया जो मौजूदा वास्तविकताओं को दर्शाए, सभी पक्षकारों की बात रखे, समकालीन चुनौतियों का समाधान दे और मानव कल्याण पर केंद्रित हो. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुलाई गई महासभा की उच्च स्तरीय बैठक में सोमवार को अपने वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहा. मोदी ने कहा, हम पुराने हो चुके स्वरूप के साथ आज की चुनौतियों का सामना नहीं कर सकते. व्यापक सुधारों के अभाव में संयुक्त राष्ट्र पर भरोसे की कमी का संकट मंडरा रहा है.

Posted By : Amitabh Kumar

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