Corona Effect : भारत भी हाई-रिस्क वाले देशों में शामिल

जापान ने अपने शुरुआती 100 केसों के दौरान प्रतिदिन 13 फीसदी की वृद्धि देखी. लेकिन, 100वें केस के बाद यह गिर कर 8.1 प्रतिशत पर आ गया. दक्षिण कोरिया और सिंगापुर में भी इस तरह की गिरावट देखी गयी. लेकिन, भारत समेत 23 देश इसके विपरीत दिशा में बढ़ रहे हैं. यहां का ग्राफ हर रोज बढ़ रहा है. इसका अर्थ है कि कोरोना को रोकने में उठाये गये कदमों का प्रभाव अभी दिखायी देना शुरू नहीं हुआ है.

By Pritish Sahay | March 26, 2020 1:28 AM

कोरोना वायरस से दुनिया के सभी देश अपने तरीके से निबट रहे हैं. यह समझने के लिए प्रत्येक देश किस तरह कोरोना से निबट रहे हैं, कोरोना संक्रमण को दो फेज में बांटा जाता है. फर्स्ट फेज में पहले 100 मरीजों को और दूसरे फेज में 100 के बाद आनेवालों मरीजों को रखा गया. इससे उन देशों के बारे सफलतापूर्वक पता लगाया जा सकता है जिन्होंने अपने यहां कोरोना के ऊपर बेहतर तरीके से नियंत्रण स्थापित किया है. उदाहरण के लिए, जापान ने अपने शुरुआती 100 केसों के दौरान प्रतिदिन 13 फीसदी की वृद्धि देखी. लेकिन, 100वें केस के बाद यह गिर कर 8.1 प्रतिशत पर आ गया. दक्षिण कोरिया और सिंगापुर में भी इस तरह की गिरावट देखी गयी. लेकिन, भारत समेत 23 देश इसके विपरीत दिशा में बढ़ रहे हैं. यहां का ग्राफ हर रोज बढ़ रहा है. इसका अर्थ है कि कोरोना को रोकने में उठाये गये कदमों का प्रभाव अभी दिखायी देना शुरू नहीं हुआ है.

चेतावनी : भारत में मई के मध्य तक 13 लाख लोग हो सकते हैं संक्रमित

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि भारत में मई महीने के मध्य तक कोरोना से संक्रमित पुष्ट मामलों की संख्या एक लाख से लेकर 13 लाख तक हो सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के शुरुआती चरण में आकलन में एक जरूरी चीज छूट गयी है और वह है, इस वायरस से सचमुच में प्रभावित मामलों की संख्या.

भारत समेत छह देशों में 100वें केस के बाद कोरोना की रफ्तार बढ़ी

देश पहला केस 100वां रोज के मामले दैनिक वृद्धि %वृद्धि/कमी

आया मामला 100 केस से पहले

और बाद में (%में)

थाइलैंड 13 जनवरी 16 मार्च 02 87 7.85 30.1 22.3

अमेरिका 21 जनवरी 03 मार्च 02 1,756 11.7 33.9 22.2

स्पेन 01 फरवरी 03 मार्च 04 1,649 16.5 32.8 16.3

फ्रांस 25 जनवरी 01 मार्च 03 734 10.2 26.0 15.8

जर्मनी 28 जनवरी 01 मार्च 03 1,187 15.3 28.2 12.9

भारत 30 जनवरी 17 मार्च 03 50 10.8 22.6 11.8

यहां तेजी से फैला

(100वें केस के बाद दैनिक औसत% वृद्धि में 10 फीसदी की कमी/बढ़त)

बेल्जियम 04 फरवरी 07 मार्च 03 227 15.8 24.78.9

फिलीपिंस 30 जनवरी 15 मार्च 02 44 11.0 19.58.5

ब्राजील 26 फरवरी 15 मार्च 07 187 30.5 38.37.8

इटली 31 जनवरी 24 फर. 05 2,107 17.1 24.47.3

इस्राइल 22 फरवरी 14 मार्च 05 125 25.4 30.14.7

यहां देखी गयी गिरावट

(100वें केस के बाद दैनिक औसत% वृद्धि में 10 फीसदी की कमी/बढ़त)

चीन 31 दिसंबर 19 जन. 10 1,270 9.7 -1.9

सिंगापुर 24 जनवरी 01 मार्च 03 16 10.0 7.0 -3.0

द कोरिया 2 जनवरी 21 फर. 05 284 17.1 14.0 -3.1

जापान 15 जनवरी 22 फर. 03 33 13.0 8.1 -4.9

इंडोनेशिया 03 मार्च 16 मार्च 08 66 33.7 25.7 -8.1

यहां धीमी गति से फैलाव

(100वें केस के बाद दैनिक औसत

% वृद्धि में 10 फीसदी की कमी/बढ़त)

चेक गण. 02 मार्च 13 मार्च 10 105 39.4 25.9 -13.5

आयरलैंड 01 मार्च 15 मार्च 09 97 41.5 27.6 -13.9

डेनमार्क 27 फर. 10 मार्च 09 112 48.3 22.4 -25.6

बहरीन 24 फर. 10 मार्च 07 18 36.7 9.1 -27.6

पेरु 07 मार्च 18 मार्च 11 49 54.2 25.4 -28.8

इन देशों में दिखी तेज गिरावट

(100वें केस के बाद दैनिक औसत% वृद्धि में 10 फीसदी की कमी/बढ़त)

स्विट्जरलैंड 26 फर. 07 मार्च 21 502 70.6 25.8 -44.8

नॉर्वे 27 फर. 07 मार्च 12 144 69.1 21.1 -48.0

तुर्की 12 मार्च 19 मार्च 27 261 111.8 59.5 -52.3

नीदरलैंड 28 फर. 07 मार्च 16 256 83.4 24.4 -59.0

ईरान 20 फर. 27 फर. 20 916 83.3 22.7 -60.6

बिना लॉकडाउन व कर्फ्यू के द कोरिया ने दी कोरोना को मात

चीन से दुनियाभर में फैले कोरोना से द कोरिया जिस तरह से निबटा है, वह काबिले तारीफ है. बता दें कि दक्षिण कोरिया ने कोरोना से बचने के लिए कोई कर्फ्यू या लॉकडाउन भी नहीं किया. दरअसल, कोरोना से निबटने के लिए द कोरिया ने पहले से ही तैयारी कर ली थी. देश की सरकार ने सरकारी अधिकारियों समेत मेडिकल कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनसे जांच किट बनाने का निर्देश दे दिया था.

वायरस की स्क्रीनिंग के लिए बड़ी इमारतों, होटलों, पार्किंग और सार्वजनिक स्थानों पर थर्मल इमेजिंग कैमरे लगाये, जिससे बुखार पीड़ित व्यक्ति की तुरंत पहचान हो सके. हाथों को संक्रमण से बचाने का एक नायाब तरीका बताया. अगर व्यक्ति दायें हाथ से काम करता है, तो उसे दरवाजे का हैंडल पकड़ने, मोबाइल चलाने समेत हर छोटे-बड़े काम के लिए बायें हाथ के इस्तेमाल की सलाह दी गयी. ठीक उसी तरह यदि व्यक्ति बायें हाथ से काम करता है, तो उसे दायें हाथ इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी. शरीर में संक्रमण का प्रवेश हाथों के द्वारा ही होता है. ऐसे में इनका ये उपाय बहुत कारगर रहा.

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