पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं अफगानिस्तान के पूर्व संचार मंत्री, इस कारण छोड़ा देश, ये है उनका फ्यूचर प्लान

अफगानिस्तान के पूर्व संचार मंत्री सैयद अहमद शाह की एक ऐसी तस्वीर सामने आयी है. इस तस्वीर में शाह पिज्जा डिलवरी ब्यॉय के रुप में नजर आ रहे है. बता दें, अपने देश छोड़ने के बाद शाह ने जर्मनी के लिपजिग शहर में शरण ली है, वो यहां बीते 2 महीने से पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2021 11:26 AM

अफगानिस्तान छोड़कर भागे पूर्व संचार मंत्री इन दिनों जर्मनी में पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं. अफगानिस्तान के पूर्व संचार मंत्री सैयद अहमद शाह की एक ऐसी तस्वीर सामने आयी है. इस तस्वीर में शाह पिज्जा डिलवरी ब्यॉय के रुप में नजर आ रहे है. बता दें, अपने देश छोड़ने के बाद शाह ने जर्मनी के लिपजिग शहर में शरण ली है, वो यहां बीते 2 महीने से पिज्जा डिलीवरी का काम कर रहे हैं.

इस कारण छोड़ा था देश: गौरतलब है कि बीते साल 2020 में ही सैयद अहमद ने अफगानिस्तान छोड़ दिया था और जर्मनी भागकर आ गए थे. उनका कहना है कि अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार से उनकी कुछ खास बनी नहीं, इस कारण उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया. बता दें, शाह बहुत पढ़े लिखे इंसान है. कम्युनिकेशन फील्ड में उन्होंने 20 साल से ज्यादा काम किया है.

कई डिग्रियां हैं शाह के पास: उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में एमएससी की पढ़ाई की है. इसके इलावा वो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर भी हैं. दुनियाभर के 13 बड़े शहरों उन्होंने लंबे समय तक काम किया है. देश प्रेम के चलते वो अपने देश अफगानिस्तान चले गये थे. लेकिन बाद में उनकी मौजूदा गनी सरकार से नहीं बनी. अब वो जर्मनी में रहकर पिज्जा डिलवरी का काम कर रहे हैं. देश छोड़ने के बाद उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. यहां तक की उन्हें पिज्जा डिलवरी ब्यॉय का काम करना पड़ रहा है.

पिज्जा डिलवरी ब्यॉय बनने से कोई गुरेज नहीं: गौरतलब है कि सैयद अहमद शाह पहले से ही कम्युनिकेशन के क्षेत्र में काफी साल का अनुभव है. लेकिन उन्हें जर्मन नहीं आती है इसलिए नौकरी पाने में उन्हें कई परेशानानियों का सामना करना पड़ा. और जब कहीं काम नहीं मिला तो उन्होंने पिज्जा डिलवरी का काम अपना लिया. हालांकि उनका कहना है कि यह काम करने में उन्हे कोई गुरेज नहीं है.

सैयद अहमद शाह से जर्मनी में एक न्यूज एंजेंसी ने भी बात की हैं. जिसमें उन्होंने कहा कि वो जर्मन भाषा सीख रहे है. भाषा सीखने के बाद वो कम्युनिकेशन के क्षेत्र में नौकरी की तलाश करेंगे. वहीं, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी सबकुछ हो गया इसकी उम्मीद नहीं थी.

Posted by: Pritish Sahay

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