अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ हम मजबूती से नहीं लड़े तो सोवियत जैसा हाल होगा : चीन

बीजिंग : चीन की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी ने कहा है कि चीन भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि सोवियत रूस जैसे विघटन की नौबत नहीं आये. यांग जियाडू नामक इस अधिकारी ने यह बात सरकारी अखबार पिपुल्स डेली में एक संपादकीय में लिखी है. यांग सेंट्रल कमिशन फॉर डिशिप्लिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2017 5:12 PM

बीजिंग : चीन की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी ने कहा है कि चीन भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि सोवियत रूस जैसे विघटन की नौबत नहीं आये. यांग जियाडू नामक इस अधिकारी ने यह बात सरकारी अखबार पिपुल्स डेली में एक संपादकीय में लिखी है. यांग सेंट्रल कमिशन फॉर डिशिप्लिन इंसपेक्शन के डिप्टी सेक्रेटरी हैं. यांग को पिछले ही महीने चीन में शासन करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी की सबसे ताकतवर इकाई 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो में प्रोन्नति देकर शामिल किया गया है. उनकी प्रोन्नति राष्ट्रपति शि जिनपिंगकेभ्रष्टाचार के खिलाफमजबूतीसे संघर्षकीप्रतिबद्धता को भी दर्शता है.

यांग का यह आलेख यह भी दिखाता है कि शी की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम धीमी नहीं होगी. राष्ट्रपति शी के बाद चीन के दूसरे ताकतवर नेता की छवि वाले वांग क्यूशनपिछलेमहीने तक सेंट्रल कमिशन फॉर डिशिप्लिन इंसपेक्शन का नेतृत्व करते थे, लेकिन अक्तूबर की आखिरी सप्ताह में कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस में नेतृत्व के कई स्तरों पर बदलाव किया गया, जिसमें 69 वर्षीय वांग को इस दायित्व से मुक्त कर दिया गया.चीनके शासन में वांग की छवि शी के दायें हाथ की थी, जिनके माध्यम से उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई चला रखी थी. लेकिन, अब इस आलेख से यह संकेत दे दिया गया है कि शी की यह लड़ाई कमजोर नहीं पड़ने जा रही है.

यांग ने लिखा है कि हमारे पास वापसी का कोई रास्ता नहीं है और हम न कोई विराम लें और न ही अाराम करें, सिर्फ हमले के लिए आगे बढ़ते रहें. उन्होंने पूर्व के शासन में भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत संघर्ष नहीं किये जाने को भी अपने आलेख में चिह्नित किया है. उन्होंने लिखा कि पूर्व के शासन में जिन बिंदुओं पर जगहों पर बदलाव व सुधार नहीं किये गये वहां भ्रष्टाचार पनपा.

उल्लेखनीय है कि चीन भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नेशनल सुपरविजन लॉ बनाने पर काम कर रहा है. साथ ही भ्रष्टाचार पर निगरान के लिए एक नये आयोग का गठन करना चाहता है. यहप्रयास राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भ्रष्टाचार के खिलाफ आक्रामक लड़ाई का हिस्सा है.

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