UP News: अयोध्या में दक्षिण की भक्ति लहरें, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और सीएम योगी ने तीन संतों की मूर्तियों का किया अनावरण

UP News: भगवान राम की नगरी अयोध्या एक बार फिर ऐतिहासिक पल की साक्षी बनी.  टेढ़ी बाजार स्थित बृहस्पति कुंड में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दक्षिण भारत के तीन महान संतों- त्यागराज स्वामीगल, पुरंदर दास और अरुणाचल कवि की भव्य मूर्तियों का अनावरण किया. इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अयोध्या केवल आस्था की नगरी नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक है.

By Pritish Sahay | October 9, 2025 5:53 PM

UP News: भगवान राम की नगरी अयोध्या ने बुधवार को एक बार फिर भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता को नई दिशा दी. टेढ़ी बाजार स्थित बृहस्पति कुंड में भक्ति और संगीत की स्वर लहरियां उस वक्त गूंज उठीं, जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दक्षिण भारत के तीन महान संतों- त्यागराज स्वामीगल, पुरंदर दास और अरुणाचल कवि की भव्य मूर्तियों का अनावरण किया. यह आयोजन उत्तर और दक्षिण भारत के सांस्कृतिक एकीकरण का सजीव प्रतीक बन गया. दक्षिण भारतीय परंपरा के मंत्रोच्चार और संगीत की धुनों के बीच हुआ यह समारोह आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया. इस अवसर पर सीतारमण के माता-पिता भी मौजूद रहे, जिससे माहौल भावनाओं और श्रद्धा से ओत-प्रोत हो उठा.

अयोध्या भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक— निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “अयोध्या केवल आस्था की नगरी नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक है. दक्षिण भारत के संतों की यह मूर्तियां इस पावन भूमि को भक्ति और संगीत के और भी निकट लाती हैं.” उन्होंने तीनों संतों के योगदान को नमन करते हुए कहा कि उनकी रचनाओं ने भारतीय समाज को प्रेम, एकता और भक्ति के सूत्र में जोड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या और कर्नाटक के सांस्कृतिक रिश्ते प्राचीन काल से जुड़े हैं, और आज इन मूर्तियों के अनावरण से उत्तर-दक्षिण परंपरा का यह संगम और गहरा हुआ है.  

अयोध्या बन रही सांस्कृतिक पुनर्जागरण की धुरी— सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्मला सीतारमण का पारंपरिक अयोध्या शैली में स्वागत करते हुए कहा कि “बृहस्पति कुंड अब केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा, संगीत और सांस्कृतिक समरसता का जीवंत प्रतीक है.”  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को अयोध्या साकार रूप दे रही है. यहां उत्तर की श्रद्धा और दक्षिण की भक्ति का अद्भुत संगम दिखाई देता है. बृहस्पति कुंड की शांति में खोए नेता, सौंदर्यीकरण की सराहना अनावरण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह बृहस्पति कुंड परिसर में बनी पत्थर की कलात्मक बेंच पर कुछ देर के लिए बैठे. शांत सरोवर, हरियाली और संगीत की गूंज के बीच उन्होंने परिसर की सुंदरता और सजावट की सराहना की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि “बृहस्पति कुंड अब श्रद्धा, सौंदर्य और संस्कृति का आदर्श संगम बन चुका है.” उत्तर-दक्षिण के सांस्कृतिक मेल का नया अध्याय अयोध्या में इन संतों की मूर्तियों की स्थापना ने देश के उत्तर और दक्षिण के बीच सांस्कृतिक सेतु को और मजबूत किया है. यह आयोजन उस संदेश का प्रतीक बन गया कि भारत की विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है — जहाँ हर क्षेत्र, हर परंपरा, एक ही सांस्कृतिक आत्मा से जुड़ी है.