Monkeypox Virus: आगरा में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनता से की ये अपील

Monkeypox Virus: ताजनगरी आगरा में मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि जिस व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण दिखाई दे वह तत्काल ही सरकारी अस्पतालों में संपर्क करें और जानवरों के संपर्क में आने से बचें.

By Prabhat Khabar | May 31, 2022 7:55 AM

Monkeypox Virus: ताजनगरी आगरा में मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि जिस व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण दिखाई दे वह तत्काल ही सरकारी अस्पतालों में संपर्क करें और जानवरों के संपर्क में आने से बचें. उन्होंने इस बीमारी के कई लक्षण भी बताए हैं. उनका साफ कहना है कि इन लक्षणों के आने पर तत्काल ही स्वास्थ्य विभाग में संपर्क करें और अपना और अपने परिवार का बचाव करें.

आगरा में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट

सीएमओ डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर एडवाइजरी जारी की है. साथ ही सैंपल कनेक्शन ट्रांसपोर्टेशन और s.o.p. अनुपालन के आदेश भी मिले हैं. सीएमओ ने आगरा की जनता से अपील की है कि इस बीमारी की संभावना जानवरों के माध्यम से भी है. ऐसे में विशेष रुप से जंगली जानवरों के मांस खाने से परहेज करें. पालतू जानवर से भी निश्चित दूरी बनाकर रखें. जानवरों के शरीर में लगे घाव के संपर्क में बिल्कुल भी ना आए. मंकीपॉक्स कक किसी भी तरह से संभावना होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सीय परीक्षण और सलाह जरूर लें. सभी सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जा रहा है.

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मंकीपॉक्स के ये हैं  लक्ष्ण 

मंकीपॉक्स मरीजों में अधिकतर बुखार, चकत्ते, सूजी हुई लिंफनोड्स (गले में गिल्टी) जैसे लक्षण पाए जाते हैं. इसके लक्षण सामान्यता 2 से 4 सप्ताह में दिखाई देते हैं. इस बीमारी में कुछ मरीज गंभीर रूप से भी बीमार हो सकते हैं. मंकीपॉक्स जानवरों से इंसानों में या इससे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर हो सकता है. इसमें कटी फटी त्वचा और स्वास्थ्य नली या म्यूकोसा जो की आंख कान या मूहँ के माध्यम से शरीर में फैलता है.

यह जानवरों के काटने या खरोचने, जंगली जानवरों के मांस खाने, शारीरिक द्रव्य या घाव के पदार्थ के साथ सीधे संपर्क में आने, दूषित बिस्तर, संक्रमित कपड़ों से भी फैलता है. मंकी पॉक्स के लक्षण चेचक या अर्थोपॉक्स वायरस से मिलते जुलते हैं. मंकीपॉक्स चेचक की तुलना में कम संक्रामक है. इसका इनक्यूबेशन पीरियड 7 से 14 दिन का होता है जो कभी-कभी 5 से 21 दिन का भी हो सकता है.

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