Bihar: सासाराम सदर अस्पताल में सिस्टम की बत्ती गुल, टॉर्च की रोशनी में इमरजेंसी के मरीजों का हो रहा इलाज

बिहार से भी एक ऐसी तसवीर सामने आयी है जो स्वास्थ्य विभाग के रवैये पर बड़ा सवाल है. अंधेरे में इमरजेंसी के मरीजों का इलाज टार्च की रोशनी के सहारे डॉक्टर कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2022 11:14 AM

बिहार से फिर कुछ ऐसी तसवीरें सामने आयी हैं जिसकी वजह से कइ गंभीर सवाल उठ रहे हैं. एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का अभाव दिखा. अस्पताल में डॉक्टर अंधेरे में ही मरीजों को देख रहे हैं. इमरजेंसी वार्ड में भी डॉक्टर अपने मरीजों को जब देख रहे हैं तब बिजली नदारत है और मरीज के परिजन और मेडिकल स्टाफ ही टॉर्च के माध्यम से डॉक्टर को मरीज देखने में मदद कर रहे हैं.

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, सासाराम के सदर अस्पताल की ये तसवीरें हैं जहां इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को अंधेरे के अंदर ही समय गुजारना पड़ रहा है. बिजली सप्लाई की कमी के कारण डॉक्टरों को भी अंधेरे में जाकर ही मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है. इस मामले को लेकर सदर अस्पताल के डॉक्टर ब्रजेश कुमार कहते हैं कि ये रोजाना की समस्या है और हमें आए दिन ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

डॉक्टर ब्रजेश कुमार ने कहा कि कुछ कारणों से अस्पताल में लगातार बिजली कट रही है. हमें रोज ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बता दें कि इन तसवीरों में साफ दिख रहा है कि डॉक्टर मरीजों का इलाज टार्च की रोशनी में ही कर रहे हैं. वहीं मरीज भी ऐसे अंधेरे में असहज महसूस कर रहे हैं. बता दें कि बिहार में ऐसे मुद्दे पहले भी आते रहे हैं जहां टार्च की रोशनी में सर्जरी तक कर दी गयी.

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इससे पहले मोतिहारी के सदर अस्पताल से भी ऐसी तसवीरें बाहर आ चुकी हैं जो विवाद का कारण बनी. मोतिहारी के सदर अस्पताल की तसवीरें सामने आयी थी जिसमें ट्रेन से दुर्घटना का शिकार एक व्यक्ति का इलाज टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा था. साथ ही कुछ मरीजों को स्लाइन भी अंधेरे में टॉर्च जलाकर ही चढ़ाया जा रहा था.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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