Varanasi: सारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा देने और ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने का सुपर ‘प्‍लान’

आर्कोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा. योगी सरकार ने तथागत की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ के आस-पास विकास का खाका तैयार कर लिया है. इससे अधिक से अधिक पर्यटक यहां आएं और रुकें जिससे सारनाथ के आस-पास के रहने वाले लोगों की आय बढ़े और रोजगार के अवसर मिले.

By Prabhat Khabar | May 6, 2022 11:56 PM

Varanasi News: वाराणसी में भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा देने व यहां ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रस्तावित प्रो-पूअर प्रोजेक्ट जल्द मूर्तरूप लेगा. इसके लिए जल निगम,जलकल व बिजली विभाग से एनओसी मिल गई है. आर्कोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा. योगी सरकार ने तथागत की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ के आस-पास विकास का खाका तैयार कर लिया है. इससे अधिक से अधिक पर्यटक यहां आएं और रुकें जिससे सारनाथ के आस-पास के रहने वाले लोगों की आय बढ़े और रोजगार के अवसर मिले. प्रो-पूअर प्रोजेक्ट विश्व बैंक के अनुदान से मूर्तरूप लेगा. 

वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि सारनाथ के आस-पास विकास का खाका तैयार हो गया है. इससे अधिक से अधिक पर्यटक यहां आए और रुकें, जिससे सारनाथ के आस-पास के रहने वाले लोगों की आय बढ़े और रोजगार के अवसर मिले. प्रो-पूअर प्रोजेक्ट विश्व बैंक के अनुदान से होगा. ईशा दुहन ने बताया कि जल निगम, जलकल व बिजली विभाग से एनओसी मिल गई है. पुरातत्व विभाग से एनओसी मिलना शेष है. इसके मिलते ही काम की शुरुआत हो जाएगी. इस परियोजना की लागत 72.63 करोड़ रुपया है. वर्ल्ड बैंक इस परियोजना को फंड करेगा. 2022 के अंत तक इस परियोजना को पूर्ण कर लेना है.

उन्‍होंने बताया क‍ि इस प्रोजेक्ट के तहत सारनाथ के पूरे क्षेत्र को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाया जाएगा. खूबसूरत पैडेस्ट्रियल पथ, पर्यटकों को बैठने के लिए आरामदायक जगह बनाया जाएगा. बुद्धिस्ट थीम पर साइनेज लगेंगे. सारनाथ में सीसीटीवी, वाई-फाई एवं एलईडी स्क्रीन होगा. दिव्यांगजनों एवं वृद्ध पर्यटकों की सुविधा के लिए गोल्फ कोर्ट की व्यवस्था होगी. ओवरहेड तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य एवं अन्य आवश्यक पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की योजना है. इस योजना में पर्यटकों की सुविधा केंद्रों के अलावा स्थानीय लोगों के व्यापार का खास ध्यान रखा जाएगा ताकि यहां के लोगों का जीवनस्तर ऊपर उठ सके. हेरिटेज स्ट्रीट लाइट, फसाड लाइट, व्यवस्थित पार्किंग, शौचालय, हेरिटेज लुक वाले कियोस्क बनाए जाएंगे. इसमें बनारसी समेत देश के अन्‍य राज्‍यों के विशेष का खानपान की सुविधा होगी. सोविनियर, जीआई, उत्पाद, ओडीओपी आदि की दुकानें भी होगी. हेरिटेज थीम पर बने कार्ट भी स्थानीय लोगों को दिया जाएगा, जिससे वे घूमकर सामानों की बिक्री कर सकेंगे.

रिपोर्ट : विप‍िन सिंह

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