अपहरण की साजिश रचकर बेटे ने पिता से मांगे पांच लाख रुपये, राजमहल पुलिस की सख्ती से उगले राज

jharkhand news: साहिबगंज में खुद का अपहरण की साजिश रचकर पिता से 5 लाख रुपये मांगने के मामले में बेटे को पुलिस ने चौकीढाप गांव से बरामद किया है. बेटे ने पत्नी की इलाज के लिए पिता से पैसे लेने के लिए झूठी कहानी रची थी.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 27, 2022 10:52 PM

Jharkhand news: खुद के अपहरण का षड्यंत्र रच एक बेटे ने पिता से पांच लाख रुपये की फिरौती की मांग की. अपहरण का मामला सामने आते ही पुलिस ने कथित रूप से अपहृत बेटे सेठू महलदार को चौकीढाप गांव से बरामद कर लिया. इसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर उसने झूठे अपहरण की कहानी बतायी. इस संबंध में साहिबगंज जिला के राजमहल एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस की छानबीन में पता चला है कि युवक ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी.

24 जनवरी की रात फोन पर अपहरण की दी थी सूचना

एसडीपीओ ने बताया कि राजमहल थाना क्षेत्र के कसवा निवासी गणेश महलदार ने पुलिस को एक आवेदन देकर बताया था कि उसका 28 वर्षीय पुत्र सेठू महलदार 24 जनवरी की सुबह 9 बजे अपने घर कसवा से राधानगर थाना क्षेत्र के उधवा बाजार में दाल बेचने गया था. देर रात तक वह घर नहीं लौटा. रात्रि में पुत्र ने मोबाइल से फोन कर बतलाया कि उसे उधवा चौक के आगे मस्जिद के पास से एक बोलेरो से पांच- छह अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है एवं फिरौती के रूप में पांच लाख रुपये की मांग की जा रही है. नहीं देने पर जान मारने की धमकी दे रहा है.

आवेदन मिलने के बाद पुलिस की टीम हरकत में आ गयी

इस मामले में राधानगर थाना में थाना कांड संख्या 26/22 दर्ज कर अपहृत को बरामद करने के उद्देश्य से एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया. पुलिस के प्रयास से अपहृत को चौकीढाप गांव से तथा उसके मोटरसाइकिल को उधवा पुल के समीप से बरामद किया गया. सेठू ने पुलिस के समक्ष दिये स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि वह कर्ज में डूबे होने के कारण अपने पिता को फोन कर पांच लाख रुपए झूठी फिरौती की मांग की. एसडीपीओ श्री सिंह ने बताया कि मामले में न्यायालय के समक्ष बयान दर्ज कराया जायेगा. मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर राजीव रंजन, राजमहल थाना प्रभारी प्रनीत पटेल, राधानगर थाना प्रभारी कुंदनकांत विमल उपस्थित थे.

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पत्नी की इलाज के सेठू को थी पैसों की जरूरत

इधर, ग्रामीणों का कहना है कि युवक का पिता हाट-बाजार में दाल बेचने का कार्य करते हैं. उसके दोनों बेटे भी बिक्री में उनका सहयोग करते हैं. बड़े बेटे सेठू की पत्नी हृदय रोग से ग्रसित है. इलाज के लिए रुपये की जरूरत थी. पिता रुपये नहीं दे रहे थे, इसलिए सेठू ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची. हालांकि, पिता ने रुपया नहीं दिया और पुलिस की मदद ली. पुलिस की जांच में अपहरण का मामला झूठा निकला.

Posted By: Samir Ranjan.

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