पश्चिम बंगाल में लगेगा राष्ट्रपति शासन! सुनिए, क्या कहते हैं गृह मंत्री अमित शाह, See VIDEO

President Rule in West Bengal, Amit Shah: दो दिन की अपनी पश्चिम बंगाल यात्रा के समापन से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (6 नवंबर, 2020) को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था से लेकर वहां की राजनीति पर भी पत्रकारों से अपने विचार साझा किये. बंगाल में राष्ट्रपति शासन संबंधी सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 6, 2020 8:54 PM

कोलकाता : दो दिन की अपनी पश्चिम बंगाल यात्रा के समापन से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (6 नवंबर, 2020) को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था से लेकर वहां की राजनीति पर भी पत्रकारों से अपने विचार साझा किये. बंगाल में राष्ट्रपति शासन संबंधी सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया.

पत्रकारों ने जब गृह मंत्री से पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है. इस पर उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर होता है, लेकिन उन्हें ऐसा लगता है कि उसकी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि यहां भाजपा की सरकार बनने वाली है.

राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में सवाल किये जाने पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला भाजपा संसदीय दल करेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वह बिना मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किये लड़े और अच्छा नतीजा हासिल किया. बिहार में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा श्री शाह ने किया.

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यह पूछे जाने पर कि क्या यह नीतीश कुमार का आखिरी चुनाव है, श्री शाह ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने ममता बनर्जी और गोरखा नेता बिमल गुरुंग की मुलाकात पर भी सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि बिमल गुरुंग पहले भी गोरखा के लिए लड़ रहे थे, आज भी लड़ रहे हैं. जिसके खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने इतने मुकदमे दर्ज किये, अब जब वह सरकार के साथ बैठे हैं, तो पुलिस गिरफ्तार क्यों नहीं करती.

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तृणमूल द्वारा राज्यपाल को भाजपा का एजेंट बताये जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि राज्यपाल के लिए ऐसी भाषा का प्रयोग उचित नहीं है. उन्हें पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन उन्हें पता चला है कि दार्जीलिंग में राज्यपाल से मुलाकात करने वाले डीएम का तबादला कर दिया गया. क्या यह उचित है?

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Posted By : Mithilesh Jha

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