PGICH नोएडा को सेंटिनल सर्विलांस प्रयोगशाला की मान्यता, सरकार करेगी वेक्टर जनित रोगों की जांच में मदद

वेक्टर जनित रोगों में वह सभी रोग आ जाते हैं जो मच्छर, मक्खी, टिक के काटने से होते हैं, जैसे डेंगू (Dengue), चिकनगुनिया (Chikungunya), मलेरिया (Malaria), स्क्रब टायफस (Scrub Typhus), लेप्टोस्पायरोसिस (leptospirosis). इन सबकी जांच अब फ्री में PGICH में हो सकेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2022 6:00 PM

Noida News: PGICH नोएडा की माइक्रोबायोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी लैब को National Center For Vector Borne Disease Control (NCVBDC) ने सेंटिनल सर्विलांस हॉस्पिटल लैब की स्वीकृति दे दी है. अब वहां डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टायफस आदि वेक्टर जनित रोगों की जांच हो सकेगी. इसके लिए कंज्युमेबल व जांच किट आदि सरकार उपलब्ध कराएगी.

पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ (PGICH) के निदेशक प्रोफ़ेसर अजय सिंह ने बताया कि यह स्वीकृति राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण कार्यक्रम के तहत दी गई है. संस्थान में पहले से ही डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस इत्यादि वेक्टर जनित रोगों की जांच की सुविधा उपलब्ध है. लेकिन पहले यह जांच केवल संस्थान में आने वाले बाल मरीजों के लिए ही होती थी. सेंटिनल सर्विलांस लैब की स्वीकृति मिल जाने के पश्चात ये सुविधा अब पूरे गौतम बुद्ध नगर एवं आसपास के जिले के निवासी भी उठा सकेंगे. प्रो. अजय सिंह ने बताया कि सैंपल सीएमओ गौतम बुद्ध नगर के माध्यम से भेजे जाएंगे और यह जांचें नि:शुल्क हो सकेगी.

PGICH के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड डॉ. सुमी नंदवानी ने बताया कि वेक्टर जनित रोगों में वह सभी रोग आ जाते हैं जो मच्छर, मक्खी, टिक के काटने से होते हैं, जैसे डेंगू (Dengue), चिकनगुनिया (Chikungunya), मलेरिया (Malaria), स्क्रब टायफस (Scrub Typhus), लेप्टोंस्पायरोसिस (leptospirosis) आदि. विभाग में डेंगू की जांच NS1 एंटीजन Elisa एवं IGM एंटीबॉडी Elisa दोनों ही तरह से की जा रही है.

2021 से लेप्टोस्पायरोसिस एवं स्क्रब टायफस की जांचों की सुविधा भी शुरू हो गई थी. जो कि संस्थान में भर्ती बाल मरीजों को निःशुल्क दी जाती थी. अब संस्थान को एसएसएच लैब की मान्यता मिलने के बाद डेंगू की जांच के लिए आईजीएम एलाइजा किट NIV पुणे उपलब्ध कराएगा. बाकी टेस्ट की किट व अन्य कंज्युमेबल के लिए सरकार संस्थान को समय-समय पर फंड मुहैया कराएगी.

प्रो. अजय सिंह ने बताया कि संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी लैब EQAS से मान्यता प्राप्त है. जिससे लैब की रिपोर्ट की गुणवत्ता को काफी अच्छा माना जाता है. लैब पॉजिटिव मरीजों का डाटा लाइन लिस्ट सहित Integrated Disease Surveillance Program (IDSP) के तहत सीएमओ गौतमबुद्ध नगर कार्यालय को उपलब्ध कराया जाता है.

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