Parenting Tips: बच्चों का IQ और EQ लेवल होगा कमाल का, बस खेलाएं ये 6 खेल, मजा के साथ सीख भी
Parenting Tips: जानें कैसे खेल-खेल में बच्चों का IQ और EQ दोनों बढ़ाया जा सकता है. ये 6 मजेदार और दिमागी खेल बच्चों की पढ़ाई और मानसिक क्षमता को बेहतर बनाते हैं. माता-पिता के लिए आसान और असरदार पैरेंटिंग टिप्स.
Parenting Tips: बच्चों की पढ़ाई बेहतर करने और उनका स्मार्टनेस बढ़ाने को लेकर माता-पिता हमेशा चिंतित रहते हैं. लेकिन शायद बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि बच्चों को खेल-खेल में ही उनका आईक्यू और ईक्यू लेवल दोनों ही बढ़ाए जा सकता हैं? जी हां आपने बिल्कुल सही सुना. पढ़ाई और किताबें ही बच्चों का आईक्यू और ईक्यू लेवल बढ़ाएगा यह सच नहीं है. आइये जानते हैं खेल खेल में बच्चों का EQ और IQ लेवल कैसे बेहतर कर सकते हैं. इससे न सिर्फ वे सीखेंगे बल्कि उन्हें खेल में मजा भी आएगा.
खेल के जरिए कैसे बढ़ाएं EQ
अधिकतर लोग समझते हैं कि खेल से केवल फिजिकल हेल्थ के लिए किया जा सकता है. लेकिन कई ऐसे इंडोर गेम है जिसे बच्चों का ईक्यू लेवल अच्छा कर सकते हैं. चाहे वह कैरम बोर्ड हो या फिर लूडो का गेम. बस माता पिता को चाहिए कि उस गेम्स में खुद भी सहभागी बनें और खेल के दौरान उन्हें सही प्रतिक्रिया देना और दूसरों के साथ तालमेल बैठाना सिखाएं. इससे बच्चों में एक दूसरे की सहयोग करने की भावना आती है. साथ ही साथ धैर्य और सहानुभूति सीखने को मिलता है.
IQ बढ़ाने वाले खेल
कुछ खेल बच्चों के दिमाग की शक्ति को चुनौती देते हैं. जैसे कि पहेलियां, स्ट्रैटेजी गेम्स, शतरंज और मेमोरी गेम्स बच्चों के निर्णय लेने, समस्या सुलझाने और सोचने की क्षमता को बढ़ाते हैं. रोजाना सिर्फ 15-20 मिनट ऐसे खेल खेलने से बच्चों की बुद्धिमत्ता पर सकारात्मक असर पड़ता है.
माता-पिता के लिए हिडन साइंस
पैरेंट्स के लिए सबसे बड़ा हिडन साइंस ये है कि बच्चों को खेलों के जरिए सीखने का मौका दिया जाए. माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को किसी भी खेल खेलने के लिए दबाव न डालें बल्कि वह जो भी खेल खेलें उसमें उसका उत्साह बढ़ाएं. उनकी गलतियों को पहचानें और उसे सुधारने के लिए प्रोत्साहित करें.
रूटीन में शामिल करें ये टिप्स
- दिन में कम से कम 30 मिनट बच्चों को बाहरी या दिमागी खेल खेलने के लिए दें.
- टीम वर्क और सहयोग वाले खेलों को प्राथमिकता दें.
- घर पर पहेलियों और स्ट्रैटेजी गेम्स को रोजाना खेलने की आदत डालें.
- बच्चों के साथ खेलों के दौरान भावनाओं पर चर्चा करें, जिससे उनका EQ बढ़े.
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