पश्चिम बंगाल में भाजपा के 12 घंटे कल्याणी बंद का मिला-जुला असर

पश्चिम बंगाल के नदिया जिला में अपने ‘पार्टी कायकर्ता’ की कथित हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कल्याणी उपसंभाग में बुलाये गये 12 घंटे के बंद का मिला-जुला असर देखा गया. कई दुकानें बंद रहीं जबकि यातायात सामान्य रहा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2020 6:08 PM

कल्याणी : पश्चिम बंगाल के नदिया जिला में अपने ‘पार्टी कायकर्ता’ की कथित हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कल्याणी उपसंभाग में बुलाये गये 12 घंटे के बंद का मिला-जुला असर देखा गया. कई दुकानें बंद रहीं जबकि यातायात सामान्य रहा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

गायेशपुर शहर में रविवार को बिजोय सिल नामक 34 वर्षीय एक व्यक्ति अपने घर के समीप एक पेड़ से फांसी के फंदे से लटका मिला था. भाजपा ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर उसकी पार्टी में शामिल हो जाने के चलते तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उसकी हत्या कर दी.

तृणमूल कांग्रेस ने इस आरोप का खंडन किया है. गायेशपुर शहर में बंद के दौरान भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने सुबह छह बजे मोटरसाइकिल रैली निकाली, जिसे पुलिस ने रोक दिया. सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने सामान्य जनजीवन को बाधित करने का प्रयास करने पर कुछ भाजयुमो कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया और उपसंभाग के कई इलाकों में गश्त भी की.

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सिल के रिश्तेदार और शहर के भाजयुमो उपाध्यक्ष बप्पा सिल ने कहा, ‘पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले सिल ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गये थे. भाजपा में शामिल होने और गायेशपुर नगरपालिका क्षेत्र में भाजपा के प्रभाव को बढ़ाने में भूमिका निभाने को लेकर उनकी हत्या कर दी गयी.’

हालांकि, सिल की पत्नी और माता-पिता ने दावा किया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर था और उसका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं था. गायेशपुर नगरपालिका अध्यक्ष और तृणमूल नेता मारन कुमार डे ने भी भाजपा के आरोप को खारिज किया और कहा कि सिल ने खुदकुशी की.

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Posted By : Mithilesh Jha

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