ऑनलाइन फ्रॉड हो, ताे यह नंबर डायल कर लीजिए, एक-एक पैसा वापस आ जाएगा

Online Fraud - आपको बता दें कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने पर यूजर्स को बड़ी रकम गंवानी पड़ी हैं. आपको ऐसे हालात में घबराने के बजाय जल्दी से ये कदम उठाने चाहिए.

By Vikash Kumar Upadhyay | January 16, 2024 6:17 PM

Online Fraud: आजकल सब कोई ऑनलाइन एक्टिविटी पर ज्यादा डिपेंडेंट हो गया हैं. इससे साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरे लगातार बढ़ने लगे हैं. दरअसल यूजर्स अब इंटरनेट की मदद से अपना बैंक अकाउंट मैनेज करने लगे हैं. इसका फायदा ऑनलाइन स्कैमर को मिल रहा है. ये स्कैमर आए दिन किसी-ना-किसी अकाउंट से पैसे उड़ा लेते है. आज हम इस लेख में बताएंगे कि अगर आपके साथ भी किसी कारण से धोखाधड़ी हो जाता है, तो आपको क्या करना चाहिए. स्टेप जानने के लिए बने रहे इस खबर के अंत तक.

अनजान लिंक पर क्लिक न करें 

आपको बता दें कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां कभी UPI से भुगतान करने पर या फिर किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने पर यूजर्स को बड़ी रकम गंवानी पड़ी हैं. आपको ऐसे हालात में घबराने के बजाय जल्दी से ये कदम उठाने चाहिए. आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) की ओर से नागरिकों की मदद के लिए एक टॉलफ्री नंबर जारी किया गया है, जिसपर कोई भी साइबर अपराध की शिकायत कर सकता है.

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साइबर क्राइम होने पर जल्दी से फॉलो करें ये स्टेप्स

  1. आपकी UPI ID या बैंक अकाउंट जिस नंबर से लिंक है, उस नंबर से जल्दी से 1930 पर कॉल करें.

  2. यह नंबर सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा है और इसपर आपके फ्रॉड से जुड़ी जानकारी मांगी जाएगी.

  3. यहां कोई आपसे ATM PIN या नेट बैंकिंग पासवर्ड जैसी पर्सनल जानकारी नहीं मांगेगा और ऐसी सेंसिटिव जानकारी किसी के साथ शेयर भी ना करें.

  4. उसके बाद आपको नाम, पता, फ्रॉड के तरीके और समय जैसी जानकारी देनी होगी.

  5. नंबर पर कॉल करने के बाद जल्द ही इसकी कार्रवाई की जाएगी.

  6. आपको बता दें कि (MHA) का यह नंबर टोल-फ्री है और इसपर कोई भी, कभी भी साइबर क्राइम से जुड़े रिपोर्ट की जानकारी दे सकता है.

  7. ज्ञात हो की यह नंबर साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन के तौर पर काम करता है और राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल के अलावा अलग-अलग बैंकों के पोर्टल्स और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( RBI) भी इससे सीधे जुड़ा रहता है.

  8. इस तरह आपके एक कॉल से सभी गवर्नमेंट ऑथिरिटी को सूचना मिल जाती है.

आपको बता दें कि (MHA) के इस हेल्पलाइन नंबर पर रिपोर्ट करने के बाद आपके अकाउंट से ट्रांसफर की जा रही रकम को फ्रीज कर दिया जाता है, जिससे जांच के बाद इसे वापस आपके खाते में भेजा जा सके.

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