Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश में सांसों पर संकट! भारत के 138 प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद पहले नंबर पर

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण की 138 शहरों की सूची में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 11, 2021 10:46 AM

Ghaziabad News: कोरोना संकट से उबरने के बाद अब यूपी का गाजियाबाद वायु प्रदूषण से जूझ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण की 138 शहरों की सूची में गाजियाबाद की स्थिति सबसे गंभीर है, जोकि चिंता का एक गंभीर विषय बना हुआ है. ताजा रिपोर्ट पर नजर डालें तो बुधवार को 428 एक्यूआई के साथ गाजियाबाद फिर भारत का सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया. शहर में बढ़ते सासों के संकट का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि यहां पीएम 10 मानक से पांच गुना अधिक दर्ज किया गया, जोकि हवा की बेहद खराब स्थिति को दर्शाता है.

गाजियाबद का लोनी प्रदूषण के मामले में सबसे आगे है. बुधवार को लोनी का प्रदूषण स्तर सबसे अधिक 454 रिपोर्ट किया गया. दूसरे नंबर पर शहर का संजय नगर इलाका है, जहां एक्यूआई का स्तर 437 दर्ज किया गया. शहर में फैली जानलेवा हवा के चलते सुबह की सैर पर जाने वाले लोगों में सांस की शिकायत मिल रही है. गाजियाबाद में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब स्तर पर होने के कारण ‘रेड जोन’ में पहुंच गयी है.

प्रदूषण का कारण

गाजियाबद में बढ़ते प्रदूषण का कारणों के बात करें तो, मुख्य रूप से यूपी ओर पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली ही वायु प्रदूषण का कारण है. इसके अलावा गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, सड़कों पर फैली धूल, उद्योगों से होने वाले उत्सर्जन और निर्माण कार्यों के कारण उड़ने वाले पीएम कण भी काफी हद तक प्रदूषण का कारण हैं.

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प्रदूषण का स्तर

बता दें कि, जीरो और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है, जबकि 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’ माना जाता है. इसके अलावा 101 और 200 के बीच ‘मध्यम, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच के एक्यूआई को ‘बेहद खराब’ माना जाता है, जबकि 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.

posted by sohit trivedi

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