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Bengal Teacher Scam : अभिषेक बनर्जी महज 1 घंटे के अंदर ईडी कार्यालय से बाहर निकले, सौंपा 6000 पन्नों का जवाब

अभिषेक बनर्जी ने कहा आप जितनी बार बुलाएंगे मैं आऊंगा. मैं जांच में सहयोग करूंगा. मैंने इसे पहले भी किया है. अब मैं यह भविष्य में भी करूंगा. मैं दोहराता हूं कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.

By Shinki Singh | November 9, 2023 11:38 AM
Bengal Teacher Scam : अभिषेक बनर्जी महज 1 घंटे के अंदर ईडी कार्यालय से बाहर निकले, सौंपा 6000 पन्नों का जवाब

पश्चिम बंगाल के तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी (ABhishek Banerjee) ईडी दफ्तर पहुंच चुके हैं. तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव को ईडी ने बुधवार को तलब किया था. अभिषेक को गुरुवार सुबह 11 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में आने के लिए कहा गया था. हालांकि इससे काफी पहले गुरुवार की सुबह सीजीओ कॉम्प्लेक्स में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. अभिषेक बनर्जी समय पर सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पहुंच चुके थे.पूछताछ की प्रक्रिया शुरु हो गई है. गौरतलब है कि इससे पहले अभिषेक बनर्जी से ईडी ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी. सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को अभिषेक से उनके द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों के संबंध में पूछताछ की जा सकती है. लेकिन समय ही बताएगा कि वह सीजीओ कॉम्प्लेक्स में कितने घंटे बिताएंगे.

बांकुड़ा में भाजपा नेता का फंदे से लटकता शव बरामद | Prabhat Khabar ईडी द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज अभिषेक बनर्जी ने पहले ही जमा दिया था

10 अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी ने कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर ईडी द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज जमा कर दिए थे. ईडी ने चल-अचल संपत्तियों का हिसाब-किताब रखने के अलावा अभिषेक की विदेश यात्राओं का ब्योरा भी मांगा है. उनके नाम की कंपनी के कुछ दस्तावेज भी मांगे गए थे. अटकलें हैं कि जांचकर्ता तृणमूल सांसद द्वारा सौंपे गए उन दस्तावेजों के बारे में अधिक जानकारी लेना चाहेंगे.

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ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा मैंने कथित स्कूल रोजगार घोटाले की जांच में सहयोग किया, छह हजार पन्नों का जवाब सौंपा है. उन्होंने कहा इतने सारे दस्तावेज देखने में समय लगेगा. ईडी को अगर जरूरत पड़ी तो वह मुझे दोबारा बुलाएगी और मैं जरुर आऊंगा. लेकिन इसके बाद अभिषेक ने कहा, “मैं अदालत के आदेश के मुताबिक दस्तावेज भेज सकता था लेकिन मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. आप जितनी बार बुलाएंगे मैं आऊंगा. मैं जांच में सहयोग करूंगा. मैंने इसे पहले भी किया है. अब मैं यह करूंगा भविष्य में भी करेंगे. मैं दोहराता हूं कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.

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